Babita Phogat Tweet On Sakshi Malik: साक्षी मलिक ने अपनी आत्मकथा पर आधारित किताब 'विटनेस' को लेकर इंटरव्यू दिया. इस इंटरव्यू में उन्होंने बबीता फोगाट से लेकर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया पर कई खुलासे किए. अब बीजेपी नेता और पूर्व पहलवान बबीता फोगाट ने भी साक्षी मलिक का नाम लिए बिना उन पर तंज कसा है. जिसमें उन्होंने लिखा कि दीदी तुमको कुछ नहीं मिला, ऐसे में तुम्हारा दर्द समझा जा सकता है.
रेसलर साक्षी मलिक ने पहलवानों के प्रदर्शन (Wrestlers Protest) को लेकर बबीता फोगाट (Babita Phogat) पर बड़ा आरोप लगाया था. साक्षी मलिक ने बबीता फोगाट पर खिलाड़ियों को आंदोलन के लिए उकसाने की बात कही थी.
खुद के किरदार से जगमगाओं
— Babita Phogat (@BabitaPhogat) October 23, 2024
उधार की रोशनी कब तक चलेगी॥
किसी को विधानसभा मिला किसी को मिला पद
दीदी तुमको कुछ न मिला हम समझ सकते है तुम्हारा दर्द।।
किताब बेचने के चक्कर में अपना ईमान बेच गई।
उन्होंने कहा था कि बबीता का इरादा भारतीय कुश्ती संघ (WFI) की अध्यक्ष बनने का था. साक्षी ने 'इंडिया टुडे' को दिए इंटरव्यू में दावा किया था कि वह बृजभूषण शरण सिंह को हटाकर WFI की अध्यक्ष बनना चाहती थीं. रियो ओलंपिक 2016 में ब्रॉन्ज जीतने वाली साक्षी ने अपनी किताब में यह दावा किया था कि विनेश और बजरंग के फैसले से उनका आंदोलन 'स्वार्थपूर्ण' लगने लगा था.
अब इन हालिया घटनाक्रम के बीच बीजेपी नेता और पूर्व पहलवान बबीता फोगाट ने एक पोस्ट एक्स पर लिखा. इसमें ना तो उन्होंने विनेश फोगाट (विधायक जुलाना), और ना ही बजरंग पूनिया (किसान कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष) का नाम लिया.
वहीं पोस्ट में साक्षी मलिक का भी नाम पोस्ट में नहीं लिया. पर इशारों-इशारों में उन्होंने इन सभी पर तंज कसते हुए लिखा- खुद के किरदार से जगमगाओं, उधार की रोशनी कब तक चलेगी, किसी को विधानसभा मिला किसी को मिला पद, दीदी तुमको कुछ न मिला हम समझ सकते है तुम्हारा दर्द.
ध्यान रहे रेसलर बबीता फोगाट भारतीय जनता पार्टी की नेता है. उन्होंने 2019 में बबीता ने प्रोफेशनल रेसलिंग से रिटायरमेंट का ऐलान किया और उसके बाद वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं. वह उसी साल चरखी दादरी से चुनाव भी लड़ी लेकिन यहां उन्हें हार मिली थी.
बबीता फोगाट का रेसलिंग करियर शानदार रहा है, उन्होंने 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता और 2014 में स्वर्ण पदक जीता, वहीं 2018 में भी उन्होंने रजत पदक जीता था. साल 2012 में उन्होंने विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता, जिससे खेल में उनका नाम और स्थापित हो गया. उन्होंने 2016 के रियो ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया, हालांकि वह पोडियम फिनिश हासिल नहीं कर पाईं.
कई खिलाड़ी @BabitaPhogat के नाम पर बार-बार अपने एजेंडे अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश करते रहते हैं, मैं उनको कहना चाहती हूँ........बबीता ने कुश्ती में या राजनीति जो भी मुक़ाम हासिल किया है वह अपनी मेहनत और ईमानदारी के बलबूते पर किया है, जहां पर कोई किसी तरह का पद मायने नहीं…
— geeta phogat (@geeta_phogat) October 22, 2024
गीता फोगाट ने किया था बहन का बचाव
एक सोशल मीडिया पोस्ट में गीता फोगाट ने साक्षी मलिक के आरोप के बाद उनका बचाव किया था. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा था- कई खिलाड़ी बबीता फोगाट के नाम पर बार-बार अपने एजेंडे अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश करते रहते हैं, मैं उनको कहना चाहती हूं बबीता ने कुश्ती में या राजनीति जो भी मुक़ाम हासिल किया है वह अपनी मेहनत और ईमानदारी के बलबूते पर किया है, जहां पर कोई किसी तरह का पद मायने नहीं रखता, और रही बात अध्यक्ष बनने की तो सब जानते है अध्यक्ष बनने का लालच किसके अंदर था. सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं.