रूस और यूक्रेन (Russia Vs Ukraine) के बीच जारी जंग का असर खेल जगत पर भी पड़ने लगा है. UEFA ने बीते दिन रूस के सेंट पीटर्सबर्ग से फुटबॉल चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल की मेजबानी छीनकर पेरिस को सौंप दी. चैम्पियंस लीग में हिस्सा लेने वाली अलग-अलग टीमों के देश ने यही मांग की थी.
रूस के हाथों जब ये मेजबानी छिनी, तब वहां के खेल मंत्रालय द्वारा इसपर कड़ी आपत्ति जाहिर की गई. रूसी खेल मंत्रालय द्वारा इस फैसले पर बयान जारी किया गया, ‘रूस UEFA के इस फैसले पर घोर आपत्ति जाहिर करता है. यह एक बिल्कुल गलत फैसला है’.
खेल मंत्रालय का कहना है कि रूस ने हमेशा इंटरनेशनल स्पोर्ट्स टूर्नामेंट की गरिमा रखी है और उसको हमेशा भव्य रूप से आयोजित करने की कोशिश की है. हम हमेशा यही कहते हैं कि खेल को राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए और इसका अलग-अलग तरह से फायदा नहीं उठाना चाहिए.
मई में होना है चैम्पियंस लीग फाइनल
आपको बता दें कि इस साल मई में चैम्पियंस लीग का फाइनल होना है, जो रूस के सेंटपीटर्सबर्ग मैदान में होना था. लेकिन रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने की वजह से दुनिया के कई देशों ने इसका विरोध किया था.
हालांकि, बाद में हालात ऐसे बन गए कि मैदान बदलने के अलावा कोई रास्ता ही नहीं थे. यूरोपियन फुटबॉल यूनियन की ओर से कहा गया था कि रूस के सेंट पीटर्सबर्ग से चैम्पियंस लीग का फाइनल हटाने का फैसला लिया गया है, अब ये फ्रांस के सेंट डेनिस में खेला जाएगा. यह मैच 28 मई, शनिवार को ही खेला जाएगा.
रूस के लिए यह झटका इसलिए भी है, क्योंकि साल 2018 के बाद ये पहली बार हो रहा था कि जब रूस में किसी बड़े स्पोर्टिंग इवेंट का आयोजन हो रहा है. रूस में फुटबॉल के इस महामुकाबले के अलावा फॉर्म्लूला-1 की रेस भी रद्द हो गई है.