यूक्रेन पर हमले के बाद से खेल जगत ने रूस से किनारा करना शुरू कर दिया है. वह अब पूरी तरह अलग-थलग नजन आने लगा है. कई खेल संगठनों ने रूस में आयोजित होने वाले इवेंट्स को रद्द कर दिए हैं. इसकी शुरुआत पिछले महीने हुई, जब UEFA ने चैम्पियंस लीग फाइनल मुकाबले को सेंट पीटर्सबर्ग से पेरिस शिफ्ट कर दिया गया था. जिसके बाद FIFA, IOC ने भी रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए. अब 44वां चेस ओलंपियाड भी रूस की जगह भारत के चेन्नई शहर में आयोजित होगा.
2013 के बाद मिली बड़े चेस इवेंट की मेजबानी
भारत 2013 में विश्व चैम्पियनशिप के बाद दूसरा कोई बड़ा चेस इवेंट होस्ट करेगा. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मंगलवार देर शाम ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. MK Stalin ने ट्वीट कर 44वें चेस ओलंपियाड का अपने राज्य में स्वागत किया. उन्होंने लिखा, 'खुशी है कि भारत की शतरंज राजधानी 44वें शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी करेगी. तमिलनाडु के लिए यह गर्व का क्षण! चेन्नई दुनिया भर के सभी किंग और क्वीन का गर्मजोशी से स्वागत करता है!'
ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद ने भी स्टालिन के इस ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा, 'चेन्नई को चेस के बारे में बनाने के लिए आपका बहुत शुक्रिया. सभी भारतीय और चेन्नई शतरंज प्रेमियों के लिए गर्व का क्षण.' इसके साथ ही उन्होंने ऑल इंडिया चेस फेडरेशन और इंटरनेशनल चेस फेडरेशन को त्वरित एक्शन लेने के लिए शुक्रिया अदा किया.
क्या होता है चेस ओलंपियाड?
चेस ओलंपियाड हर दो साल में एक बार आयोजित किया जाता है. इस टूर्नामेंट में 190 देशों के खिलाड़ी भाग लेते हैं, ओलंपियाड में सभी खिलाड़ी अपने-अपने देशों के लिए एक टीम के रूप में हिस्सा लेते हैं. हर एक टीम में 5 खिलाड़ी शामिल होते हैं, जो अलग-अलग भाग में खेल का हिस्सा होते हैं. भारत के लिए चेस ओलंपियाड में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन 2014 में आया था. भारत ने तब कांस्य पदक अपने नाम किया था. 2022 में यह टूर्नामेंट जुलाई के अंत में शुरू होना है.
भारत में चेस ओलंपियाड के लिए दिल्ली और गुजरात भी दावेदार के रूप में सामने आए थे, लेकिन बाद में भारतीय टीम के कोच श्रीनाथ नारायणन ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उनसे मदद मांगी, जिसके बाद चेस ओलंपियाड की मेजबानी चेन्नई को मिली. श्रीनाथ नारायणन ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने उनकी बातें 5 मिनट के लिए सुनीं, जिसके बाद उन्होंने तुरंत इस इवेंट को होस्ट करने में हामी भर दी और आर्थिक मदद भी दी.