शतरंज का सबसे बड़ा इवेंट चेस ओलंपियाड आज (28 जुलाई) से चेन्नई 50 किलोमीटर दूर मामल्लापुरम में शुरु हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस 44वें शतरंज ओलंपियाड का उद्घाटन किया है. तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और खेलमंत्री अनुराग ठाकुर, एक्टर रजनीकांत, एआर रहमान भी जवाहर लाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में हो रहे उद्घाटन समारोह में शामिल रहे.
♦ पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा, 'मैं 44वें शतरंज ओलंपियाड में आप सभी का स्वागत करता हूं. टूर्नामेंट का आयोजन शतरंज के घर में आ गया है. यह हमारे देश के लिए काफी महत्वपूर्ण समय है. साथियों, मैं इस टूर्नामेंट के आयोजकों को बधाई देना चाहता हूं. बहुत ही कम समय में उन्होंने बेहतरीन इंतजाम किए हैं.'
उन्होंने आगे कहा, 'इस खेल को हमेशा से ही दिव्य माना गया है, जिस जगह पर यह हो रहा है वह सबसे फिट है. शतरंज का खेल तो भगवान ने भी खेला. तमिलनाडु का शतरंज से गहरा एवं ऐतिहासिक संबंध है. तमिलनाडु भारत के लिए शतरंज का पावरहाउस है. इसने दुनिया की सबसे पुरानी तमिल भाषा साथ ही कई ग्रैंडमास्टर्स को भी जन्म दिया है.'
मानसिक फिटनेस भी काफी अहम
पीएम ने कहा, 'दो साल पहले दुनिया ने सदी की सबसे बड़ी महामारी से लड़ना शुरू किया था. ऐसे समय में प्रत्येक टूर्नामेंट ने हमें एक संदेश दिया कि हम मजबूत हैं. कोविड के बाद की अवधि ने शारीरिक और मानसिक फिटनेस के महत्व पर जोर दिया है. खेल प्रतिभा और बुनियादी ढांचे को प्रोत्साहित करना महत्वपूर्ण होने जा रहा है.'
भारतीय खेलों के लिए शानदार समय
उन्होंने बताया, 'भरतीय खेलों के लिए इससे बेहतर समय कभी नहीं रहा. हमने ओलंपिक, पैरालंपिक में जीत हासिल की है, जहां हम पहले नहीं जीता करते थे. आज भारत में हम 44वां ओलंपियाड आयोजित कर रहे हैं. ब्रिटेन में होने वाले 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में हजारों लोगों के भाग लेने की उम्मीद है. कोई हारने वाला नहीं है, सभी भविष्य के विजेता हैं. सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं. इसके साथ ही प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 44 वें शतरंज ओलंपियाड के उद्घाटन की घोषणा की.
♦ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा, 'आज का दिन भारत के लिए बड़े गर्व का दिन है. हम पहले शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी करके सम्मानित महसूस कर रहे हैं. हम सभी जानते हैं कि प्रधानमंत्री शतरंज के शौकीन हैं. गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने शतरंज टूर्नामेंट का आयोजन किया था.'
♦ ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद ने सीएम एमके स्टालिन को शतरंज ओलंपियाड की मशाल सौंपी. सीएम ने बाद में 44 शतरंज ओलंपियाड की कड़ाही (Cauldron) को रोशन करने के लिए इसे शतरंज खिलाड़ियों आर. प्रज्ञानानंद, लोकेश और विजयलक्ष्मी को सौंप दिया.
♦ खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, 'तीन महीने के अंतराल में इस आयोजन की मेजबानी करना आसान नहीं था, लेकिन भारत ने यह कर दिखाया. भारत दुनिया भर की सभी टीमों का स्वागत करता है. भारत में खेल काफी मजबूत हो रहा है.'
♦ फिडे के अध्यक्ष ए. ड्वोरकोविच ने अपने संबोधन में कहा, 'हम इस कार्यक्रम के आयोजन और इस टूर्नामेंट को कराने के लिए तमिलनाडु सरकार, भारत सरकार के आभारी हैं. हम अभिभूत और गौरवान्वित हैं. यह आयोजन भारत में शतरंज को 10 गुना बड़ा बना देगा.'
♦ समारोह में तमिल संस्कृति, विरासत, परंपराएं और स्पोर्ट्स कल्चर का बखूबी प्रदर्शन किया जा रहा है.
♦ भारतीय शास्त्रीय नृत्य के सभी आठ रूपों कथक, ओडिसी, कुचुपुड़ी, कथकली, मोहिनीअट्टम, मणिपुरी, सत्रीया और भरतनाट्यम का प्रदर्शन किया गया है. समारोह में उपस्थित लोग कलाकारों के नृत्य से मंत्रमुग्ध हो गए हैं.
♦ पीएम मोदी नेहरू स्टेडियम पहुंच चुके हैं. उन्होंने राज्यपाल रवि, सीएम स्टालिन, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग, केन्द्रीय राज मंत्री एल मुरुगन, तमिलनाडु के खेल मंत्री मियानाथन और एफआईडीई अधिकारियों के साथ मंच साझा किया है.
पहली बार ओलंपियाड भारत में हो रहा है और इसमें रिकॉर्ड खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. ओपन वर्ग में 188 और महिला वर्ग में 162 खिलाड़ी उतरेंगे. इसकी मशाल रिले पिछले 40 दिन में 75 शहरों में होती हुई मामल्लापुरम पहुंची है. टूर्नामेंट में भारत की तीन तीन टीमें ओपन और महिला वर्ग में उतरेंगे. महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद खेल नहीं रहे हैं, लेकिन खिलाड़ियों के मेंटोर की भूमिका में होंगे.
तमिलनाडु सरकार ने इस टूर्नामेंट का जबर्दस्त प्रचार किया है. पारंपरिक तमिल परिधान पहने ओलंपियाड के शुभंकर ‘थम्बी’ के कटआउट जगह जगह लगाए गए. ओलंपियाड रूस में होना था, लेकिन यूक्रेन पर रूस के सैन्य हमले के बाद उससे मेजबानी छीन ली गई. आनंद समेत शतरंज धुरंधरों का मानना है कि इसके आयोजन से तमिलनाडु में शतरंज की लोकप्रियता और बढ़ेगी.
पाकिस्तान ने हटने का फैसला किया
उधर पाकिस्तान ने 44वें चेस ओलंपियाड से अपना नाम वापस ले लिया है. चेस ओलंपियाड की मशाल कश्मीर से होकर गुजरी थी, इसी के चलते पाकिस्तान ने बौखलाहट में इस इवेंट से हटने का फैसला किया है. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता असीम इफ्तिखार ने रेडियो पाकिस्तान को दिए गए स्टेटमेंट के जरिए इस फैसले की जानकारी दी.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने दिया ये बयान
शतरंज ओलंपियाड से पाकिस्तान के हटने के फैसले को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह हैरानी की बात है कि पाकिस्तान ने अचानक शतरंज ओलंपियाड में भाग नहीं लेने का फैसला किया, खासकर जब उसकी टीम भारत पहुंच गई थी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पाकिस्तान के शतरंज ओलंपियाड में हिस्सा लेने से पीछे हटने के निर्णय के बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान ने प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय आयोजन का राजनीतिकरण किया.' उन्होंने बताया कि हैरानी की बात है कि पाकिस्तान ने अचानक शतरंज ओलंपियाड में भाग नहीं लेने का फैसला किया, खासकर जब उसकी टीम भारत पहुंच गई थी.