Kepa Arrizabalaga: फ़ुटबॉल के खेल में पेनल्टी शूटआउट का अपना महत्व होता है. यही वह समय है जो एक फ़ुटबॉल खिलाड़ी की प्रतिष्ठा को बना या बिगाड़ सकता है और उसे हीरो से विलेन में बदल सकता है. रविवार को चेल्सी के गोलकीपर केपा अरिजाबलागा लिवरपूल के खिलाफ इंग्लिश लीग कप के फाइनल में निर्णायक पेनल्टी को गोल में तब्दील करने में नाकामयाब रहे, जिसके बाद वह आलोचनाओं के दायरे में हैं.
2018 में चेल्सी के साथ अपने 95 मिलियन डॉलर के सौदे पर हस्ताक्षर किए थे. केपा दुनिया के सबसे महंगे गोलकीपर माने जाते हैं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'गिरकर उठने के लिए. टूर्नामेंट के दौरान बड़े प्रयास के बाद निराश हूं. हम काम करते रहेंगे. आपके समर्थन के लिए धन्यवाद चेल्सी परिवार.'
अरिजाबलागा का सोशल मीडिया पोस्ट तब आया, जब क्लब के समर्थकों और फुटबॉल समीक्षकों ने उनके खराब प्रदर्शन की बेरहमी से आलोचना की. स्पेनिश गोलकीपर लीवरपूल के खिलाफ चेल्सी की शुरुआती एकादश का हिस्सा नहीं थे. उन्हें मैनेजर थॉमस ट्यूशेल द्वारा एडुआर्ड मेंडी के स्थान पर मैदान पर लाया गया था, ताकि लीवरपूल को प्रतियोगिता जीतने से रोका जा सके.
चेल्सी के जर्मन कोच ने अरिजाबलागा का उपयोग करने का विकल्प चुना, क्योंकि दोनों टीमें 120 मिनट के खेल समय में स्कोर करने में विफल रहीं, जिसमें आधे घंटे का अतिरिक्त समय भी शामिल था. हालांकि, असली नाटक बचा हुआ था क्योंकि दोनों टीमों ने लंदन के वेम्बले स्टेडियम में अपने पहला 10-10 पेनल्टी गोल में तब्दील कर दिए.
इसके बाद दोनों टीमों के गोलकीपरों को पेनल्टी कन्वर्ट करना था. लीवरपूल के के केलेहर ने पेनल्टी को गोल में तब्दील कर दिया वहीं अरिजाबलागा गोल करने से चूक गए. बाद में उन्हें टीम के साथियों ने सांत्वना दी.
चेल्सी की आश्चर्यजनक हार का मतलब यह भी है कि कि लीवरपूल इस सीजन कुल चार खिताब अपने नाम कर सकती है. इंग्लिश प्रीमियर लीग में मैनचेस्टर सिटी से लीवरपूल अब सिर्फ तीन अंक पीछे है. वहीं एफए कप और चैम्पियंस लीग दोनों में उनका अभियान अभी भी मजबूती से चल रहा है.