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FIFA Ban India Football: फीफा बैन का दिखने लगा असर.... ताशकंद में फंसी भारतीय महिला टीम

फीफा ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) को निलंबित कर दिया था और उससे अक्टूबर में होने वाले अंडर-17 महिला विश्व कप के मेजबानी अधिकार छीन लिए थे. फीफा के इस बैन का असर भारतीय फुटबॉल पर दिखना शुरू हो गया है. इसी कड़ी में गोकुलम केरल क्लब की महिला टीम ताशकंद में फंसी हुई है.

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गोकुलम केरल टीम
गोकुलम केरल टीम

भारतीय फुटबॉल पर संकट के बादल छाए हुए हैं. विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संचालन संस्था फीफा ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) को मंगलवार को निलंबित कर दिया और उससे अक्टूबर में होने वाले अंडर-17 महिला विश्व कप के मेजबानी अधिकार छीन लिए. 85 साल के इतिहास में पहला अवसर है जबकि फीफा ने एआईएफएफ पर प्रतिबंध लगाया. फीफा के बैन के बाद खिलाड़ियों का भविष्य भी अधर में लटक गया है.

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फीफा के फैसले के बाद भारत के घरेलू क्लब एएफसी प्रतियोगिताओं में भी खेलने के पात्र नहीं होंगे. इसी कड़ी में गोकुलम केरल क्लब की महिला टीम ताशकंद जाकर फंसी हुई है. क्लब की प्लेयर्स एएफसी महिला क्लब चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार सुबह कोझीकोड से ताशकंद पहुंची. वहां पहुंचने के बाद ही उन्हें एआईएफएफ के निलंबन की जानकारी दी गई. इस प्रतिबंध के चलते एएफसी महिला क्लब चैम्पियनशिप 2022 में खेलने के लिए गोकुलम केरल टीम को अयोग्य घोषित कर दिया गया था.

फीफा के प्रतिबंध के बाद गोकुलम केरल महिला टीम के अध्यक्ष वीसी प्रवीण का मनोबल टूटा नहीं है. वह नहीं चाहते थे कि उनके खिलाड़ी ताशकंद से बिना खेले वापस लौटे और इसके लिए वह कुछ भी करने को तैयार थे. गोकुलम केरला भारत का पहला क्लब है जो कि एएफसी महिला क्लब चैम्पियनशिप में भाग ले रहा है.

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मिली थोड़ी-सी राहत

काफी विचार विमर्श करने के बाद प्रवीण ने फैसला किया कि उन्हें केरल से नई दिल्ली फोन करने के बजाए टीम को उज्बेकिस्तान की राजधानी से खेल मंत्रालय को फोन करना चाहिए. टीम मैनेजर ने खिलाड़ियों की मौजूदगी में ताशकंद से खेल मंत्रालय के अधिकारियों से बात की और उनकी भावुक अपील का फायदा भी हुआ. मंत्रालय के अधिकारियों ने तुरंत ही इस मसले को एएफसी के सामने रखा जिसके चलते टीम को ताशकंद में 48 घंटे और रुकने की अनुमति मिली.

पीएम मोदी को लिखा पत्र

क्लब के अध्यक्ष वीसी प्रवीण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने का फैसला किया. उन्होंने प्रधानमंत्री को भारत पर फीफा के प्रतिबंध के कारण अपने खिलाड़ियों की स्थिति के बारे में अवगत कराया. प्रवीण ने कहा, 'लड़कियां बिना किसी गलती के परेशानी झेल रही हैं. यह बेहद दुखद है. सब कुछ अचानक हुआ और इसकी उम्मीद नहीं थी. जब खिलाड़ियों ने कुछ भी गलत नहीं किया तो उन्हें क्यों खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.'

टीम वापस लौटने के बजाय उस देश में अभी भी ठहरी हुई है जहां वह बड़ी उम्मीदों के साथ गई. प्रवीण ने कहा, 'यह भावनाओं को व्यक्त करने से जुड़ा मसला है. हमारा उनको फोन करना सही है लेकिन टीम का फोन करना अंतर पैदा करता है. इसलिए हमें लगा कि खिलाड़ियों को भी फोन पर होने वाली इस बातचीत का हिस्सा बनना चाहिए. मंत्रालय ने तुरंत ही इस पर कार्रवाई करके एएफसी से संपर्क साधा.'

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20 अगस्त से होना है टूर्नामेंट

टूर्नामेंट 20 अगस्त से करशी में शुरू हो रहा है भारतीय क्लब को 23 अगस्त को अपने अभियान की शुरुआत करने थी. गोकुलम केरला की टीम अभी उज्बेकिस्तान की राजधानी में ही है जबकि अन्य टीमें करशी के लिए रवाना हो चुकी हैं जहां मैच खेले जाने हैं.

 

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