भारतीय फुटबॉल के लिए मंगलवार (16 अगस्त) का दिन काफी दुखदायी साबित हुआ है. एक बड़ा संकट आ खड़ा हुआ है. विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संचालन संस्था फीफा अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) को मंगलवार को निलंबित कर दिया और उससे अक्टूबर में होने वाले अंडर-17 महिला विश्व कप के मेजबानी अधिकार छीन लिए. 85 साल के इतिहास में पहला अवसर है जबकि फीफा ने एआईएफएफ पर प्रतिबंध लगाया.
फीफा के फैसले से भारतीय फैन्स एवं खिलाड़ियों को गहरा धक्का लगा है. फीफा का बैन अगले साल होने वाले एएफसी एशियन कप को लेकर भारतीय फुटबॉल टीम टीम की तैयारियों पर असर डाल सकता है. वैसे भी भारतीय फुटबॉल का सफर उतार-चढ़ाव वाला रहा है. एक समय भारतीय टीम की विश्व फुटबॉल में तूती बोलती थी लेकिन अभी वह संघर्ष के दौर से गुजर रही है.
आइए जानते हैं भारतीय फुटबॉल से जुड़ी 10 अहम बातों के बारे में-
1. अखिल भारतीय फुटबॉल संघ की स्थापना 23 जून 1937 को शिमला के आर्मी हेडक्वार्टर में छह क्षेत्रीय फुटबॉल संघ के प्रतिनिधियों की बैठक बाद हुई थी. इन छह फुटबॉल संघों में IFA,आर्मी स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड, संयुक्त प्रांत, उत्तर-पश्चिम भारत फुटबॉल एसोसिएशन, बिहार फुटबॉल एसोसिएशन और दिल्ली सॉकर एसोसिएशन शामिल थे.
2. भारत के लिए सबसे ज्यादा इंटरनेशनल गोल करने वाले खिलाड़ी सुनील छेत्री हैं. सुनील छेत्री ने भारत के लिए 129 मैचों में 84 गोल किए हैं. सक्रिय इंटरनेशनल फुटबॉलर्स में छेत्री से ज्यादा गोल सिर्फ क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोन मेसी ने दागे हैं.
3. भारतीय फुटबॉल टीम की अबतक की सबसे बड़ी जीत ऑस्ट्रेलिया और कंबोडिया के खिलाफ रही है. साल 1956 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 7-1 से हराया था. वहीं 2007 में उसने कंबोडिया को 6-0 से मात दी थी.
4. भारतीय फुटबॉल टीम की बेस्ट रैंकिंग 94 रही है जो उसने फरवरी 1996 में हासिल किया था. वहीं न्यूनतम रैंकिंग की बात करें तो यह 173 है जो उसने मार्च 2015 में प्राप्त किया था. फिलहाल भारत की रैंकिंग 104 है.
5. भारतीय टीम दो बार एशियाई खेलों में खिताब जीतने में कामयाब रह चुकी है. साल 1951 (नई दिल्ली) और 1962 (जकार्ता) के गेम्स में उसने यह मुकाम हासिल किया था. इसके अलावा 1970 के गेम्स में उसने ब्रॉन्ज मेडल भी हासिल किया था.
6. भारतीय फुटबॉल टीम चार बार ओलंपिक खेलों में भाग ले चुकी है. इस दौरान भारत का बेस्ट प्रदर्शन 1956 के मेलबर्न ओलंपिक में रहा था जहां भारतीय टीम को ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में बुल्गारिया के हाथों हारने के चलते चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा था.
7. भारतीय फुटबॉल टीम ने अबतक एक भी विश्व कप में भाग नहीं लिया है. हालांकि साल 1950 के वर्ल्ड कप के लिए वह क्वालिफाई करने में कामयाब रही थी. लेकिन भारत ने यात्रा लागत,प्रैक्टिस टाइम में कमी और ओलंपिक खेलों पर ध्यान देने के वास्ते टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया. वैसे इतिहासकारों और फुटबॉल विशेषज्ञों के मुताबिक फीफा द्वारा खिलाड़ियों के नंगे पैर खेलने पर प्रतिबंध लगाने चलते भारत ने वर्ल्ड कप से बाहर रहने का फैसला किया था.
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8. भारतीय फुटबॉल टीम के महानतम खिलाड़ियों में पीके बनर्जी, चुन्नी गोस्वामी, तुलसीदास बलराम, आईएम विजयन, बाईचुंग भूटिया और सुनील छेत्री का नाम शामिल है. वहीं डॉक्टर तालीमेरेन एओ भारतीय टीम के पहले कप्तान थे. उन्होंने 1948 के लंदन ओलंपिक में फ्रांस के खिलाफ भारत की कप्तानी की थी.
9. मोहन बागान और डेम्पो भारत के सबसे सफल फुटबॉल क्लबों में शामिल हैं, जिन्होंने पांच-पांच बार चैम्पियनशिप जीती है. मोहन बागान ने तीन बार एनएफएल और दो बार आई-लीग जीता. जबकि डेम्पो ने दो बार एनएफएल और तीन बार आई-लीग पर कब्जा जमाया. इसके अलावा बेंगलुरु एकमात्र क्लब है जिसने कम से कम एक-एक बार आई-लीग और इंडियन सुपर लीग दोनों जीता है.
10. भारतीय टीम पांच बार एएफसी एशियन कप के लिए क्वालिफाई कर चुकी है. इस दौरान भारत का बेस्ट प्रदर्शन 1964 के टूर्नामेंट में रहा था जहां भारतीय टीम रनर-अप रही थी. उस सीजन इंदर सिंह ने भारत के लिए सबसे ज्यादा दो गोल किए थे.