भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने वूमेन्स 50 किलो भारवर्ग में देश के लिए ओलंपिक कोटा हासिल किया है. किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में जारी एशियाई ओलंपिक क्वालिफायर के सेमीफाइनल में विनेश ने कजाकिस्तान की लौरा गनिक्यजी को हराकर ये उपलब्धि हासिल की. विनेश ने 50 किलो भारवर्ग के सेमीफाइनल में गनिक्यजी को 10-0 से हराया. इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाले पहलवानों को अपने देश के लिए पेरिस ओलंपिक 2024 का कोटा मिलेगा.
विनेश ने इस टूर्नामेंट में अपने शुरुआती मैच में कोरियाई प्रतिद्वंद्वी मिरान चियोन को एक मिनट 39 सेकंड तक चले मुकाबले में हराया. उनकी मजबूत पकड़ का विरोधी के पास कोई जवाब नहीं था. अगले मुकाबले में उन्होंने 67 सेकंड में कंबोडिया की एसमानांग डिट को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. अब सेमीफाइनल में जीत हासिल करके उन्होंने बड़ी कामयाबी हासिल की.
विनेश ने हाल ही में पटियाला में आयोजित चयन ट्रायल के दौरान 50 के अलावा 53 किलो भारवर्ग में भी भाग लिया था. 53 किलो भारवर्ग के सेमीफाइनल में वह हार गई थीं. मगर 50 किग्रा वेट कैटेगरी में जीत के चलते विनेश को एशियन ओलंपिक क्वालिफायर के लिए एंट्री मिल गई थी. उन्होंने 50 किग्रा वेट कैटेगरी के फाइनल में शिवानी को हराया था.
अंशु मलिक ने भी हासिल किया कोटा
उधर अंशु मलिक ने भी वूमेन्स 57 किलो भारवर्ग में भारत के लिए कोटा हासिल किया है. अंशु ने एशियाई ओलंपिक क्वालिफायर के सेमीफाइनल में उज्बेकिस्तान की रेसलर को 10-0 से हराया. हालांकि मानसी को 62 किलो भारवर्ग के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा और वो कोटा हासिल करने चूक गईं.
विनेश फोगाट देश के उन तीन शीर्ष पहलवानों में से है जिन्होंने डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप लगाकर प्रदर्शन की अगुवाई की थी. दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ मामला दर्ज की लेकिन जुलाई में स्थानीय अदालत से उन्हें जमानत मिल गई.
29 वर्षीय विनेश फोगाट ने 2019 और 2022 की वर्ल्ड चैम्पियनशिप के दौरान 53 किलो में कांस्य और एशियाई खेलों (2018) में 50 किलो में स्वर्ण पदक जीता था. इस साल पेरिस ओलंपिक 17 दिन चलेंगे. यह गेम्स 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होने हैं.