Mary Kom Retirement Update News: छह बार की विश्व चैंपियन और 2012 ओलंपिक पदक विजेता मैरी कॉम ने मुक्केबाजी से संन्यास का ऐलान नहीं किया है. इससे पहले उन्होंने संन्यास का ऐलान किया था. 41 वर्षीय मैरी कॉम के रिटायरमेंट की खबरें मीडिया में सामने आई थीं. इसके बाद उन्होंने सफाई दी.
मैरीकॉम ने एक बयान जारी किया और कहा, 'मीडिया के दोस्तों, मैंने अभी तक संन्यास की घोषणा नहीं की है और गलत तरीके से पेश किया गया है. जब भी मुझे इसकी घोषणा करनी होगी मैं खुद मीडिया के सामने आऊंगी. मैंने कुछ मीडिया रिपोर्टें देखी हैं जिनमें कहा गया है कि मैंने संन्यास की घोषणा कर दी है और यह सच नहीं है.
मैरी ने आगे कहा, 'मैं 24 जनवरी 2024 को डिब्रूगढ़ में एक स्कूल के कार्यक्रम में भाग ले रही थी, जिसमें मैं बच्चों को प्रेरित कर कर रही थी, मैंने वहां कहा कि मुझमें अभी भी खेलों में उपलब्धि हासिल करने की भूख है, लेकिन ओलंपिक में उम्र की सीमा मुझे भाग लेने की अनुमति नहीं देती है, हालांकि मैं अपने खेल को जारी रख सकता हूं
मैरीकॉम ने अपने बयान में यह भी कहा कि वो अभी भी अपनी फिटनेस पर ध्यान दे रहीं हैं. जब भी मैं संन्यास की घोषणा करूंगी तो सभी को सूचित करूंगी.
6 बार की विश्व चैंपियन
मैरी कॉम ने विश्व एमेच्योर बॉक्सिंग चैंपियनशिप (World Amateur Boxing Championship) को रिकॉर्ड छह बार जीता है. वह ऐसा कारनामा करने वाली विश्व की एकमात्र महिला मुक्केबाज हैं. इतना ही नहीं मैरी कॉम सात विश्व चैंपियनशिप में से प्रत्येक में पदक जीतने वाली एकमात्र महिला मुक्केबाज भी हैं.
साल 2018 में, मणिपुर सरकार (Manipur Government) ने उन्हें उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए 'मीथोई लीमा' (Meethoi Leima) की उपाधि से सम्मानित किया. उन्हें पद्म भूषण (Padma Bhushan), पद्मश्री (Padma Shri), अर्जुन पुरस्कार (Arjuna Award) और कई अन्य पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है. उनके जीवन पर आधारित एक हिंदी बायोपिक फिल्म 'मैरी कॉम'(Hindi Biopic Film Mary Kom) 2014 में रिलीज़ हुई, जिसमें प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) ने मैरी कॉम के किरदार को निभाया था.
उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक गेम्स में फ्लाईवेट 51 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता था. वह 2014 में दक्षिण कोरिया के इंचियोन में एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बनीं और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज हैं.
तीसरे बच्चे को जन्म देने के बाद जीता ये टाइटल
2012 ओलंपिक मेडल जीतने के बाद मैरी ने अपने तीसरे बच्चे को जन्म दिया, इसके बाद वो एक बार फिर ब्रेक पर चली गईं. इसके बाद उन्होंने अपनी वापसी की, पर दिल्ली में आयोजित 2018 वर्ल्ड चैंपियनशिप में यूक्रेन की हन्ना ओखोटा पर 5-0 से जीत दर्ज की. एक साल बाद, उसने अपना आठवां वर्ल्ड मेडल पदक जीता, जो किसी भी पुरुष या महिला मुक्केबाज द्वारा सबसे अधिक था.
Source : Shaziya Abbas