दिल्ली में आयोजित वूमेन्स वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया. निकहत जरीन ने भारत को तीसरा गोल्ड मेडल दिलाया है. 50 किलो भारवर्ग के फाइनल मुकाबले में निकहत जरीन ने वियतनाम की गुयेन थी टैम को 5-0 से हराया. वहीं 75 किलो भारवर्ग में लवलीना बोरगोहेन भी ऑस्ट्रेलिया की कैटलीन पार्कर को 5-2 से हराकर गोल्ड जीतने में सफल रहीं. भारत ने इस विश्व चैम्पियनशिप में कुल चार गोल्ड मेडल जीते.
निकहत जरीन के मुकाबले की बात करें तो उस मैच में खेल का पहला राउंड काफी रोमांचक रहा. निकहत जरीन ने पहले राउंड में कुछ अच्छे वार किए, वहीं वियतनाम की टैम ने भी हिम्मत नहीं हारी और कुछ सॉलिड अपर कट लगाए. इसके बावजूद पहले राउंड में रेफरी ने सर्वसम्मति से निकहत के पक्ष में प्वाइंट दिए. निकहत जरीन को दूसरे दौर में अच्छी टक्कर मिली है और टैम ने 3-2 से वह राउंड जीता. फाइनल राउंड में दोनों मुक्केबाजों के बीच एक बार फिर कांटे की टक्कर देखने को मिली. इस तीसरे राउंड में निकहत ने विपक्षी खिलाड़ी से दूर रहने का प्रयास किया और आक्रमण के साथ-साथ बेहतर डिफेंस के दम पर टैम को पराजित किया.
Consecutive World Championships 🥇 medal for Nikhat Zareen 🇮🇳 😍🔥
— Boxing Federation (@BFI_official) March 26, 2023
Nikhat wins the bout 5️⃣-0️⃣ 🔥💪@AjaySingh_SG l @debojo_m#itshertime #WorldChampionships #WWCHDelhi @Media_SAI @anandmahindra @IBA_Boxing @Mahindra_Auto @saweetyboora @MahindraRise @NehaAnandBrahma pic.twitter.com/IIi22RFjTZ
निकहत जरीन वर्ल्ड चैम्पियनशिप में दो गोल्ड जीतने वाली महज दूसरी भारतीय महिला बॉक्सर हैं. 26 साल की निकहत जरीन ने पिछले साल भी वूमेन्स वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था. भारतीय दिग्गज एमसी मेरीकॉम ने इस चैम्पियनशिप में रिकॉर्ड 6 बार गोल्ड मेडल (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018) जीते हैं. वहीं सरिता देवी (2006), जेनी आरएल (2006), लेखा केसी (2006), नीतू घनघस (2023) और स्वीटी बूरा (2023) भी इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय बॉक्सर हैं.
नीतू-स्वीटी ने भी जीता था गोल्ड
25 मार्च (शनिवार) को भारत की दो मुक्केबाज स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं थी. राष्ट्रमंडल खेल 2022 की स्वर्ण पदक विजेता नीतू घनघस ने 48 किलो भारवर्ग और अनुभवी मुक्केबाज स्वीटी बूरा ने 81 किलो भारवर्ग में स्वर्णिम सफलता हासिल की थी. नीतू ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मंगोलिया की लुतसाईखान अल्तानसेतसेग को फाइनल मुकाबले में 5-0 से हाराया था. वहीं 30 साल की स्वीटी ने लाइट हेवीवेट वर्ग में चीन की वांग लिना की चुनौती से पार पाते हुए 4-3 से जीत हासिल की थी.