ओलंपिक के गोल्डन बॉय भाला फेंक (Javelin throw) खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने अमेरिका के यूजीन में चल रहे वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (World Athletics Championships) में धमाल मचा दिया है. उन्होंने इस चैम्पियनशिप के फाइनल में पहली बार क्वालिफाई किया है.
भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज ने अपनी पहली ही कोशिश में 88.39 मीटर दूर भाला फेंककर मेन्स इवेंट के फाइनल में जगह पक्की कर ली. इस चैम्पियनशिप में 24 साल के नीरज चोपड़ा के साथ दुनियाभर के 34 जेवलिन थ्रोअर भी शामिल रहे थे.
नीरज ने करियर का तीसरा बेस्ट थ्रो किया
इन सभी के बीच फाइनल के लिए जंग देखने को मिली. सभी को दो ग्रुप में रखा गया था, जिसमें से ग्रुप ए में रहे नीरज ने अपने करियर का तीसरा बेस्ट थ्रो करते हुए फाइनल के लिए क्वालिफाई किया. नीरज के अलावा भारत के ही एथलीट रोहित यादव भी ग्रुप बी में मुकाबला करते दिखाई देंगे.
As the commentator predicted, "he wants one & done" #NeerajChopra does it pretty quickly & with ease before admin's laptop could wake up 🤣
— Athletics Federation of India (@afiindia) July 22, 2022
With 88.39m, Olympic Champion from 🇮🇳 #India enters his first #WorldAthleticsChamps final in some style 🫡 at #Oregon2022 pic.twitter.com/y4Ez0Mllw6
रविवार को होगी गोल्ड के लिए जंग
इस मेन्स इवेंट के 34 जेवलिन थ्रोअर में से नीरज चोपड़ा समेत टॉप-12 स्टार प्लेयर्स ने क्वालिफाई किया. अब चैम्पियनशिप में गोल्ड के लिए इन 12 एथलीट्स के बीच भारतीय समयानुसार रविवार (24 जुलाई) सुबह 7.05 बजे जंग देखने को मिलेगी. नीरज के साथ ही चेक गणराज्य के जाकुब वादलेज्च ने भी पहली ही कोशिश में 85.23 मीटर दूर भाला फेंककर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया है.
नीरज का लगातार शानदार प्रदर्शन जारी
नीरज चोपड़ा का इस सीजन में शानदार प्रदर्शन रहा है, जो अब तक जारी है. इस स्टार खिलाड़ी ने दो बार अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार किया है. उन्होंने 14 जून को फिनलैंड में पावो नुर्मी खेलों में 89.30 मीटर और 30 जून को प्रतिष्ठित स्टॉकहोम डायमंड लीग प्रतियोगिता में 89.94 मीटर दूर भाला फेंका, जिससे वह महज छह सेंटीमीटर से 90 मीटर की दूरी हासिल करने से चूक गए.
नीरज चोपड़ा हाल ही में डाइमंड लीग में ग्रेनेडा के विश्व चैम्पियनशिप एंडरसन पीटर्स के बाद दूसरे स्थान पर रहे. पीटर्स ने 90.31 मीटर के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता.