दिल्ली की सरकार ने फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है. इसी कड़ी में केजरीवाल सरकार शहीद भगत सिंह फुटबॉल कप का आयोजन करवा रही है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार (11 जुलाई) को त्यागराज स्टेडियम में इस फुटबॉल टूर्नामेंट का उद्घाटन किया.
यह टूर्नामेंट 2 महीने तक चलेगा जिसमें 20 टीमों के बीच 98 मैच का आयोजन किया जाएगा. टूर्नामेंट में अंडर 18 और अंडर 22 आयुवर्ग के खिलाड़ी भाग ले सकेंगे. टूर्नामेंट की विजेता टीम को 5 लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी. वहीं, उपविजेता टीम और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को क्रमशः 2.5 लाख रुपये और 1 लाख रुपये की राशि दी जाएगी.
सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी को ‘गोल्डन बूट अवार्ड’ के साथ 1 लाख रुपये की पुरस्कार राशि भी दी जाएगी. दिल्ली के 5 अलग-अलग स्टेडियमों में मैचों का आयोजन किया जा रहा है. खास बात यह है कि इन मैचों का सीधा प्रसारण भी होने जा रहा है.
सिसोदिया ने कही ये बात
मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली में पहली बार दिल्ली के फुटबॉल क्लब्स को एक साथ लाकर इतने बड़े स्तर पर लाकर टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है, इससे दिल्ली में फुटबॉल कल्चर को बढ़ावा मिलेगा.
उन्होंने कहा, 'ऐसे टूर्नामेंट से न केवल दिल्ली को फुटबॉल के क्षेत्र में अव्वल लाने में मदद मिलेगी बल्कि हम फुटबॉल के उभरते सितारों की पहचान भी कर पाएंगे. सरकार द्वारा फुटबॉल को बढ़ावा और खिलाडियों को वर्ल्ड-क्लास सुविधाएं देने के लिए कैर, मुन्डेला और आनंदवास में इंटरनेशनल लेवल के 3 आर्टिफीसियल फुटबॉल ग्राउंड भी विकसित किए गए हैं.'
भारत में इस होगा ये बड़ा टूर्नामेंट
फुटबॉल की ही बात की जाए तो सुनील छेत्री की कप्तानी वाली भारतीय टीम हाल ही एएफसी एशियन कप के लिए क्वालिफाई करने में कामयाब रही थी. वहीं भारत इस साल के अंत में अक्टूबर में अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी करने जा रहा है. इस टूर्नामेंट के मैच तीन शहरों भुवनेश्वर, गोवा और नवी मुंबई में 11 से 30 अक्टूबर तक होंगे. भारत अपने अभियान की शुरुआत पहले दिन यूएसए के खिलाफ करेगा.