पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट मामले की सुनवाई 9 अगस्त (शुक्रवार) को पूरी हो गई थी. अब विनेश के मामले में आज (13 अगस्त) फैसले का दिन है. यानी विनेश को सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इस पर आज रात 9.30 बजे तक फैसला आ जाएगा. आमतौर पर एडहॉक पैनल को फैसला सुनाने के लिए 24 घंटे का समय दिया जाता है. लेकिन, इस बार उन्होंने समय लिया. पहले फैसला 10 अगस्त को ही आना था, लेकिन टाइमिंग बढ़ाई गई. डॉ. एनाबेले बेनेट एसी एससी (Dr Annabelle Bennett AC SC) इस मामले में फैसला सुनाएंगी.
फैसले से पहले विनेश के वकील का बड़ा बयान
विनेश फोगाट के मेडल का फैसला आज होना है. इसी बीच विनेश फोगाट के वकील विदुष्पत सिंघानिया ने आज तक से बात की. विदुष्पत ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि फैसला विनेश के पक्ष में आएगा. विदुष्पत ने दलील दी कि एडहॉक पैनल को फैसला 24 घंटे में देना होता है, लेकिन इस बार उन्होंने टाइमिंग बढ़ाई.
विदुष्पत सिंघानिया ने कहा, 'विनेश के जो फ्रेंच वकील थे, उन्होंने अपनी याचिका पहले ही दायर कर दी थी. CAS को लगा कि ये मामला सुनना चाहिए. पैनल 9 तारीख को सुनवाई के लिए तैयार हो गया, जो अच्छी बात थी. पैनल ने हमें भी एक पार्टी बना दिया, जिसके चलते हम भी अपनी याचिका दाखिल कर पाए. विनेश की याचिका फैक्ट्स आधारित थी, लेकिन हमलोग लीगल पॉइंट्स पर आए.'
सिंघानिया ने आगे कहा, 'उम्मीद तो है, इसलिए इतनी मेहनत की और याचिका दायर की. 24 घंटे के अंदर एडहॉक पैनल को फैसला देना होता है. लेकिन इस बार वो समय ले रहे हैं क्योंकि शायद वो इस मामले में सीरियसली सोच रहे हैं. हमें भरोसा है कि फैसला हमारे पक्ष में आएगा.'
विनेश फोगाट ने बुधवार को कोर्ट ऑफ अर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में ओलंपिक फाइनल से खुद को अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ अपील की और मांग की कि उन्हें संयुक्त रजत पदक दिया जाए. ओलंपिक खेलों या उद्घाटन समारोह से पहले 10 दिनों की अवधि के दौरान उत्पन्न होने वाले किसी भी विवाद के समाधान के लिए यहां खेल पंचाट का तदर्थ विभाग स्थापित किया गया.
CAS का काम क्या होता है?
CAS दुनिया भर में खेलों के लिए बनाई गई एक स्वतंत्र संस्था है. इसका काम खेल से जुड़े सभी कानूनी विवादों का निपटारा करना है. 1984 में स्थापित अंतरराष्ट्रीय निकाय काम खेल से संबंधित विवादों को मध्यस्थता के माध्यम से निपटाते का काम करता है. इसका मुख्यालय लॉजेन , स्विटजरलैंड में है और इसकी अदालतें न्यूयॉर्क शहर, सिडनी और लॉजेन में स्थित हैं. अस्थायी अदालतें वर्तमान ओलंपिक मेजबान शहरों में भी स्थापित की जाती हैं.
भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 की महिलाओं की 50 किलो कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से पहले वजन अधिक पाए जाने के कारण बुधवार को ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया था. विनेश ने ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रचा था. सुबह तक उनका कम से कम रजत पदक पक्का लग रहा था, लेकिन उनका वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया. 29 साल की विनेश को खेलगांव में पॉली क्लीनिक ले जाया गया क्योंकि सुबह उनके शरीर में पानी की कमी हो गई थी.