फुटबॉल एक ऐसा खेल है, जिसमें खिलाड़ी यदि पूरा मैच खेले, तो उसे 90 मिनट तक दौड़ते ही रहना होता है. इसमें आलस का कोई रत्तीभर भी काम नहीं है. जिस प्लेयर में चीते की फुर्ती होगी, वही इसमें सफल हो पाएगा. क्या आपने कभी सोचा है कि इस खेल का नाम फुटबॉल ही क्यों रखा गया और कहां से आया यह नाम, किसने रखा इसे?
इस बारे में आप जितना पढ़ेंगे, उतने ही अलग-अलग मतलब मिल सकते हैं. क्योंकि फुटबॉल शब्द की उत्पत्ति के विषय सभी लोगों का अलग-अलग मत है. यदि इसका सीधा सरल मतलब देखा जाए, तो पैर (फुट) और गेंद से खेले जाने के कारण ही इसे फुटबॉल नाम दिया गया है. फुट यानी पैर और बॉल का मतलब गेंद ही होता है. बाकी आप फुटबॉल शब्द की उत्पत्ति वास्तविक स्रोत का पता लगाएंगे, तो आपको कहीं कुछ नहीं मिलेगा.
चीनी खेल सुजू का विकसित रूप फुटबॉल
यदि फुटबॉल की वर्ल्ड फेडरेशन यानी FIFA (Federation of International Football Association) की मानें तो चीनी खेल सुजू का विकसित रूप ही फुटबॉल है. यह खेल चीन में ह्याँ वंश के दौरान विकसित हुआ था. फुटबॉल जैसे खेल के विकास की यात्रा को रोबर्ट ब्रौज स्मिथ ने अपनी एक किताब में विस्तार से लिखा है. यह किताब 1878 में लिखी गई थी.
फुटबॉल को जापान के असुका वंश के शासन काल में खेला जाता था. तब इस खेल को केमरी के नाम से जाना जाता था. 1586 में ग्रीन लैंड (Green Land) में भी फुटबॉल खेला गया था. तब इस खेल को यह जॉन डेविस (John Davis) नाम के एक समुद्री जहाज के कप्तान ने अपने साथियों के साथ खेला था.
इंग्लैंड के एक राजा ने स्पेशल जूते बनवाए थे
बात 1409 की है. तब यह खेल ब्रिटेन तक पहुंचा और वहां के राजकुमार हेनरी चतुर्थ ने पहली बार इंग्लिश भाषा में ‘फुटबॉल’ शब्द का इस्तेमाल किया था. यह खेल यहां के लोगों को पसंद आने लगा और यही वजह रही थी कि 1526 में ब्रिटेन के किंग हेनरी-8 ने फुटबॉल को आसानी से खेलने के लिए एक जोड़ी जूता बनाने का आदेश दिया था. 15वीं शताब्दी में स्कॉटलैंड में भी फुटबॉल खेला जाता था.
कब हुआ था दो टीमों के बीच पहला प्रतियोगी मैच?
16वीं सदी के आखिर और 17वीं सदी के शुरुआती दौर में फुटबॉल टूर्नामेंट शुरू कराए गए. इसी दौरान दो टीमों के बीच पहली बार फुटबॉल मैच खेला गया था. इसी दौरान पहली बार इस खेल में 'गोल' करने का नियम बनाया गया. तब गोल के लिए खिलाड़ियों ने झाड़ियां लगाकर गोल पोस्ट बनाया था. तब के समय में 8 या 12 गोल का एक मैच खेला जाता था.
...जब पड़ी एक इंटरनेशनल संस्था की जरूरत
20वीं सदी में आकर फुटबॉल में इंटरनेशनल तौर पर एक संस्था बनाने की जरूरत महसूस हुई थी. तब इस खेल के संरक्षण के लिए इंग्लिश फुटबॉल एसोसिएशन (English Football Association) ने यूरोप के 7 बड़े देश फ्रांस, स्पेन, नीदरलैंड्स, डेनमार्क, बेल्जियम, स्वीडन और स्विट्जरलैंड के साथ मिलकर कुछ बैठकें कीं.
तब जाकर 21 मई 1904 में फेडरेशन इंटरनेशनल ऑफ फुटबॉल एसोसिएशन (Federation of International Football Association) की स्थापना हुई. इसे FIFA कहते हैं. इसके पहले अध्यक्ष रोबर्ट गुएरिन बनाए गए थे. इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में है.