सर्बिया की राजधानी बेलग्रेड में जारी विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में भारत के गोल्ड जीतने की उम्मीदों को झटका लगा है. स्टार रेसलर विनेश फोगाट महिला फ्रीस्टाइल के 53 किलो भारवर्ग मेंक्वालिफिकेशन दौर में मंगोलिया की खुलान बटखुयाग के हाथों 0-7 से हार गई है. 10वीं वरीयता प्राप्त विनेश फोगाट मुकाबले के दौरान थकी हुई नजर आईं, जिसका फायदा उठाकर विरोधी ने उन्हें चित कर दिया. अब विनेश रेपचेज राउंड के जरिए कांस्य पदक जीतने का प्रयास करेंगी.
बटखुयाग ने पहले हाफ के समय 3-0 की बढ़त ले ली और फिर अंतिम सेकेंड में मैट पर पीठ के बल पटककर चार अंक हासिल कर मुकाबला अपने नाम कर लिया. विनेश ने ट्रायल में भारतीय जूनियर पहलवान अंतिम पंघाल को हराकर वर्ल्ड चैम्पियनशिप के लिए अपना स्थान पक्का किया था. अंतिम पंघाल ने पिछले महीने की शुरुआत में अंडर-23 एशियाई चैम्पियनशिप में मंगोलियाई पहलवान बटखुयाग को हराया था. लेकिन विनेश इस पहलवान का मुकाबला नहीं कर सकीं.
नीलम-शेफाली की भी हुई हार
वैसे इस पूर्व रजत पदक विजेता अंशु मलिक की गैरमौजूदगी में विनेश इस टूर्नामेंट में पदक की प्रबल दावेदार थी क्योंकि गत चैंपियन जापान की अकारी फुजिनामी के चोट के कारण हटने के बाद उन्हें आसान ड्रॉ मिला था, हालांकि वह क्वालिफिकेशन में ही बाहर हो गई. भारत के हाथ एक और निराशा हाथ लगी, जब नीलम सिरोही को रोमानिया की एमीलिया एलीना वुक के खिलाफ 50 किग्रा वर्ग में तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर 0-10 से हार का मुंह देखना पड़ा. उधर फ्रांसीसी पहलवान कौंबा लारोक ने महिलाओं के 65 किग्रा वर्ग में तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर शेफाली को हराया.
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में जीता गोल्ड
विनेश फोगाट ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में गोल्ड मेडल जीता था. उस टूर्नामेंट ने उन्होंने नॉर्डिक सिस्टम के आधार पर जीत हासिल की. विनेश ने पहले मैच में विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता कनाडाई रेसलर सामंथा ली स्टीवर्ट के खिलाफ जीत दर्ज की. इसके बाद विनेश ने अपने दूसरे मैच में नाइजीरिया की मर्सी बोलाफुनोलुवा अडेकुओरोए और तीसरे मैच में श्रीलंका की केशनी मदुरवलगे को मात दी.
ओलंपिक में रहा है निराशाजनक प्रदर्शन
2016 के रियो ओलंपिक के क्वार्टरफाइनल में घुटने की चोट के चलते विनेश फोगाट के पदक जीतने की उम्मीद टूट गई थी. वहीं टोक्यो ओलंपिक में वह अंतिम आठ स्टेज से ही बाहर हो गई थीं जबकि वह अपने वजन वर्ग में दुनिया की नंबर पहलवान के तौर पर उतरी थीं. इन दो निराशाओं ने उन्हें कुश्ती छोड़ने की कगार पर पहुंचा दिया था लेकिन बाद में वब दमदार वापसी करने में सफल रही.