पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत में अब ज्यादा समय नहीं बचा है. पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से लेकर 11 अगस्त तक खेला जाना है. इस ओलंपिक में सबकी निगाहें भारतीय पुरुष हॉकी टीम पर होंगी. भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में कांस्य पदक जीता था. इस बार वह पदक का रंग चेंज करना चाहेगी. टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी मनप्रीत सिंह ने की थी. वहीं अबकी बार हरमनप्रीत सिंह भारत की कमान संभालेंगे.
हालांकि मनप्रीत सिंह बतौर प्लेयर पेरिस ओलंपिक में भी हिस्सा लेने वाले हैं. मनप्रीत का ये चौथा ओलंपिक होने जा रहा है. ऐसे में मनप्रीत ऐसे चौथे भारतीय हॉकी प्लेयर बन जाएंगे, जिन्होंने चार ओलंपिक गेम्स में भाग लिया. लेस्ली क्लॉडियस, उधम सिंह और धनराज पिल्ले ही इससे पहले ऐसा कर पाए थे. एशियाई खेल 2014 और 2022 में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे मनप्रीत ने भारत के लिए 370 मैचों में 27 गोल दागे हैं.
Playing in his fourth Olympics and matching the legendary Dhanraj Pillay's record, Manpreet Singh heads to Paris as India's most experienced midfielder, determined to lead the team to ultimate glory. Representing millions of hopes and dreams, Manpreet is eager to compete in the… pic.twitter.com/zlfJjnlm9N
— Hockey India (@TheHockeyIndia) July 12, 2024
जब पूर्व कोच मारिन ने लगाए थे ये आरोप
मनप्रीत सिंह ने ओलंपिक पदक जीतने के बाद अपने करियर का सबसे बुरा दौर देखा, जब पूर्व कोच शोर्ड मारिन ने अपनी किताब में आरोप लगाया कि 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान मनप्रीत एक युवा खिलाड़ी को जानबूझकर खराब खेलने के लिए कहा, ताकि उनके दोस्त को टीम में जगह मिल सके. मनप्रीत ने पहली बार उन आरोपों के बारे में खुलकर बात करते हुए कहा कि वह पूरी तरह टूट गए थे और उनका भरोसा हर किसी पर से उठ गया था, हालांकि टीम ने उनका पूरा साथ दिया जिसकी वजह से वह इससे उबर सके.
उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, 'मेरे लिए वह सबसे कठिन दौर था. मैं इस तरह की चीजों के बारे में कभी सोच भी नहीं सकता था. उस समय टीम ने मेरा साथ दिया और कहा कि हम तुम्हें जानते हैं और तुम्हारे साथ हैं. लेकिन मैं टूट गया था और हर चीज से विश्वास उठ गया था. मैने श्रीजेश को बताया जिससे मैं सब कुछ साझा करता हूं. मेरी मां ने मुझे हौसला दिया कि अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए खेलते रहो और उस पल से मैने उस प्रकरण को भुला दिया.'
ओलंपियन परगट सिंह को अपना आदर्श मानने वाले मनप्रीत ने कहा कि टोक्यो से पेरिस तक टीम की तैयारियों में ज्यादा बदलाव नहीं आया है. उन्होंने कहा, 'टोक्यो ओलंपिक से पहले कोविड के कारण काफी समय खिलाड़ी साथ रहे थे जिससे तालमेल शानदार रहा. उसी को जारी रखेंगे क्योंकि 11 खिलाड़ी वहीं हैं जो टोक्यो में थे. हम अपने अनुभव पांचों नए खिलाड़ियों से बांट रहे हैं. किसी टीम को हल्के में नहीं लेना है और फोकस से हटना नहीं है.'
धोनी की तरह नंबर 7 की जर्सी पहनते हैं मनप्रीत
अपने पसंदीदा खिलाड़ियों महेंद्र सिंह धोनी, क्रिस्टियानो रोनाल्डो की तरह सात नंबर की जर्सी पहनने वाले मनप्रीत ने कहा कि ओलंपिक में किसी भी टीम को हल्के में नहीं लिया जा सकता. उन्होंने कहा, 'हमारा पूल कठिन है और हम किसी भी टीम को हल्के में नहीं ले सकते. न्यूजीलैंड ने हमें विश्व कप में हराया है और आयरलैंड ने हाल ही में बेल्जियम को मात दी है. हमारा फोकस खुद पर है कि हम कैसे अपनी रणनीति पर अमल कर पाते हैं. अच्छी टीमों के खिलाफ मौके कम मिलते हैं लेकिन उन मौकों को शत प्रतिशत में बदलना ही चैम्पियन की निशानी है.'
भारतीय टीम अपना अभियान 27 जुलाई को न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू करेगी. इसके बाद 29 जुलाई को टीम का सामना अर्जेंटीना से होगा. फिर भारत 30 जुलाई को आयरलैंड से, एक अगस्त को बेल्जियम से और दो अगस्त को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा. भारत अब तक 8 स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य समेत कुल 12 ओलंपिक पदक जीत चुका है. पूल ए में नीदरलैंड्स, जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन, दक्षिण अफ्रीका और मेजबान देश फ्रांस शामिल है.
पेरिस ओलंपिक के लिए भारतीय हॉकी टीम
गोलकीपर: पी आर श्रीजेश.
डिफेंडर: जरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास, हरमनप्रीत सिंह, सुमित, संजय.
मिडफील्डर: राजकुमार पाल, शमशेर सिंह, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद.
फॉरवर्ड: अभिषेक, सुखजीत सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, मंदीप सिंह, गुरजंत सिंह.
वैकल्पिक खिलाड़ी : नीलकांत शर्मा, जुगराज सिंह, कृष्ण बहादुर पाठक.