भारत के लिए बुधवार का दिन बड़ा झटका लेकर आया. ओलंपिक में सिल्वर मेडल पक्का कर फाइनल में एंट्री करने वाली भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर दिया गया है. इस पर पीएम मोदी ने IOA से इस मामले पर सख्त आपत्ति दर्ज कराने को कहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा से बात कर जानकारी मांगी है. पीएम मोदी ने इस स्थिति में सभी विकल्पों पर विचार करने को कहा है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराने के मामले में पेरिस ओलंपिक समिति के समक्ष विरोध दर्ज कराने को कहा है.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विनेश के अयोग्य होने के बाद एक पोस्ट शेयर की थी. इस पोस्ट में उन्होंने विनेश के खेल की तारीफ करते हुए मेडल से चूक जाने पर दुख जताया था.
उन्होंने कहा था कि विनेश आप चैम्पियनों के चैम्पियन हो. आप भारत का गौरव हो और हर भारतीय के लिए प्रेरणास्रोत हो. आज के झटके से दुख पहुंचा है. काश मैं शब्दों में बता पाता कि इस समय कितना मायूस हूं. लेकिन मुझे पता है कि आप फिर वापसी करोगी. चुनौतियों का डटकर सामना करना आपके स्वभाव में है. मजबूती से वापसी करो. हम सभी आपके साथ हैं.
वहीं, भारतीय ओलंपिक संघ ने कहा कि यह खेदजनक है कि भारतीय दल महिला कुश्ती 50 किग्रा वर्ग से विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने की खबर साझा करता है. रातभर टीम द्वारा किए गए बेहतरीन प्रयासों के बावजूद, आज सुबह उनका वजन 50 किग्रा से कुछ ग्राम अधिक था. इस समय दल द्वारा कोई और टिप्पणी नहीं की जाएगी. भारतीय दल आपसे विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करता है.
बता दें कि विनेश फोगाट को 50 किलोग्राम रेसलिंग में डिस्क्वालिफाई (अयोग्य) किया गया है. विनेश का वजन जब थोड़ा बढ़ा हुआ पाया गया तो उन्होंने इसे कम करने की भी कोशिश की थी. चूंकि आज (7 अगस्त) को गोल्ड मेडल का इवेंट होना था, लेकिन वह तय मानक से ज्यादा पाया गया.
विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में अयोग्य घोषित जाने के बाद बताया गया कि उनका वजन 50 किलो से मेल नहीं खा रहा था.