PV Sindhu Paris Olympics 2024: भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु लगातार तीसरे ओलंपिक खेलों में पदक जीतकर इतिहास रचने के लिए पूरा दम लगाएंगी. उन्होंने अपना यह लक्ष्य हासिल करने के लिए पिछले कुछ महीनो में अलग-अलग तरीकों से कड़ा अभ्यास किया है. सिंधु ने रियो ओलंपिक में रजत और टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था. अगर वह पेरिस ओलंपिक में पोडियम पर पहुंचने में सफल रहती हैं तो फिर वह पदकों की हैट्रिक पूरी करने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बन जाएंगी.
29 साल की सिंधु पिछले कुछ समय से लय में नहीं चल रही हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि पिछले 8 महीने प्रकाश पादुकोण के साथ बिताने से उनका आत्मविश्वास बढ़़ा है और वह लगातार तीसरा पदक जीतने के लिए तैयार है. पेरिस ओलंपिक में बैडमिंटन के मुकाबले 27 जुलाई से शुरू हो जाएंगे.
सिंधु ने पोर्टे डे ला चैपल एरिना में कहा,‘निश्चित रूप से पदक जीतना मेरा लक्ष्य है. यह पहला हो या दूसरा या फिर तीसरा यह मायने नहीं रखता. मैंने दो पदक जीते हैं और मैं तीसरे पदक के बारे में सोच कर खुद पर दबाव नहीं बनना चाहती हूं.’
उन्होंने कहा,‘जब भी मैं ओलंपिक में भाग लेती हूं तो वह मेरे लिए नया ओलंपिक होता है. इसलिए मैं जब भी ओलंपिक में खेलने के लिए उतरती हूं तो मेरा लक्ष्य पदक जीतना होता है. उम्मीद है कि मैं जल्द ही हैट्रिक पूरी करूंगी.’

पेरिस आने से पहले सिंधु ने जर्मनी के सारब्रुकेन में स्पोर्टकैंपस सार में अभ्यास किया जहां की समुद्र तल से ऊंचाई, मौसम और परिस्थितियां फ्रांस की राजधानी के समान हैं. परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने के लिए वहां उन्होंने अपने कमरे में एक हाइपोक्सिक चैंबर (कम ऑक्सीजन) बनाया और कुछ दिनों तक वहीं सोईं. हाइपोक्सिक चैंबर खिलाड़ी के शरीर को अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर खेलने के लिए तैयार करने में मदद करते हैं.
सिंधु ने कहा,‘मैं अभ्यास के लिए अधिक ऊंचाई वाले स्थान पर नहीं जा सकती थी. मेरे पास बहुत अधिक समय नहीं था और इसलिए मैंने सोचा कि कहीं और जाने से बेहतर होगा कि यहीं उस तरह की परिस्थितियां तैयार की जाएं.’
इस स्टार भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने अपने स्ट्रोक्स में सुधार किया है और लंबी रैलियों में वह पहले से बेहतर प्रदर्शन कर रही है. सिंधु से पूछा गया कि पादुकोण के साथ अभ्यास करने से उन्हें क्या अंतर महसूस हुआ, उन्होंने कहा, ‘स्ट्रोक में बहुत अधिक आत्मविश्वास होना. महिला एकल में अब बहुत लंबी रैलियां और लंबी अवधि के मैच होते हैं और मैंने खुद को उनके लिए तैयार किया है.’
उन्होंने कहा,‘प्रत्येक प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ आपको अलग शैली अपनानी पड़ती है और सही समय पर सही स्ट्रोक लगाना आवश्यक होता है. प्रकाश सर ने इस बात पर जोर दिया और हमने इस पर काम किया. बहुत सुधार हुआ है. यह आपको कोर्ट पर नजर आएगा.’
सिंधु को इन शटलर्स से मिलेगी कड़ी टक्कर
सिंधु की पहली बड़ी चुनौती राउंड ऑफ 16 में मिलेगी, जब वह टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक मुकाबले की उनकी प्रतिद्वंद्वी रहीं चीन की हे बिंगजियाओ से भिड़ेंगी. बिंगजियाओ को सिंधु ने उस मैच में 21-13, 21-15 से आसानी से हराया था. हालांकि बिंगजियाओ ने 2022 एशियाई खेलों में सिंधु से अपना पिछला मुकाबला जीता था. हेड टू हेड की बात करें, तो सिंधु के खिलाफ बिंगजियाओ का रिकॉर्ड 11-9 है.
यदि बिंगजियाओ को हराकर सिंधु क्वार्टर फाइनल में पहुंचती हैं, तो चीनी खिलाड़ी चेन यूफेई (कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो) उनके सामने होंगी. भारतीय सुपरस्टार ने ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में किसी भी चीनी शटलर से कोई मैच नहीं हारा है,लेकिन यूफेई शानदार फॉर्म में हैं. मौजूदा ओलंपिक चैम्पियन ने इस महीने की शुरुआत में इंडोनेशिया ओपन जीता था, जिसमें उन्होंने फाइनल में दुनिया की नंबर-1 एन सेयंग को हराया था. सिंधु और यूफेई ने अब तक एक-दूसरे के खिलाफ 6-6 मैच जीते हैं.
सेमीफाइनल में सिंधु का सामना स्पेनिश दिग्गज कैरोलिना मारिन से हो सकता है, जो हमेशा से उनकी तगड़ी प्रतिद्वंद्वी रही हैं. मारिन के खिलाफ सिंधु का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है, जिसमें वह 5-12 से पीछे हैं. इसी मारिन ने 2016 ओलंपिक के फाइनल में सिंधु को मात दी थी.