Vinesh Phogat Paris Olympics 2024 Medal Case Update Timeline: पेरिस ओलंपिक 2024 में महज 100 ग्राम वजन के कारण डिसक्वालिफाई कर दी गईं विनेश फोगाट मामले पर फैसला 13 अगस्त (मंगलवार) को आ जाएगा. इसके लिए समय 9.30 बजे का समय रखा गया है.
CAS (Court of Arbitration for Sports) की एडहॉक कमेटी ने विनेश फोगाट बनाम यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) मामले में जज डॉ. एनाबेले बेनेट 13 फैसला सुनाएंगी . एनाबेल बेनेट ( Dr Annabelle Bennett AC SC) फेडरल कोर्ट ऑफ ऑस्ट्रेलिया में एडिशनल जज हैं. जो इस मामले की मध्यस्थता कर रही हैं.
विनेश फोगाट को 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती में डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था, क्योंकि ओलंपिक गोल्ड मेडल मैच से पहले उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा था. आइए आपको बताते हैं, विनेश के मामले में अब तक क्या हुआ है? इस पूरे मामले की टाइमलाइन क्या है?
6 अगस्त 2024
विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में मंगलवार यानी 6 अगस्त को तीन मैच खेले थे. उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में टोक्यो ओलंपिक की चैम्पियन यूई सुसाकी को 3-2 से हराया. फिर विनेश ने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की महिला पहलवान ओक्साना लिवाच को 7-5 से और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर युसनेइलिस गुजमैन को 5-0 से पटखनी दी थी.

7 अगस्त 2024
भारतीय फैन्स को इस उम्मीद थी कि विनेश फोगाट फाइनल मैच जीतकर इतिहास रचेंगी क्योंकि रेसलिंग में भारत अब तक कोई ओलंपिक गोल्ड नहीं जीत सका. मगर 7 अगस्त यानी बुधवार को करीब 12 बजे जो खबर आई, जिसने फैन्स को हैरान कर दिया. विनेश को पेरिस ओलंपिक से डिसक्वालिफाई घोषित कर दिया गया. दरअसल बुधवार (7 अगस्त) को फाइनल मुकाबले से पहले उनका वजन मापा गया तो 50 किलोग्राम कैटेगरी में खेलने के हिसाब से उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया.
रिपोर्ट्स के मुताबिक सेमीफाइनल के मैच के बाद विनेश का वजन 52.70 किलोग्राम तक बढ़ गया था. इसके बाद उनकी मेडिकल टीम ने रातभर विनेश का वजन घटाने की कोशिश की थी. विनेश ने रातभर स्किपिंग और साइकिलिंग की. नाखून तक कटा लिए. विनेश का वजन कम तो हुआ, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उनका वजन 50.10 किलोग्राम पर अटककर रह गया.
विनेश के पहले डिस्क्वालिफाई (अयोग्य) की खबर आईं. फिर उनके बेहोश होने की खबर सामने आई. विनेश डिहाइड्रेशन के कारण ओलंपिक गांव के पॉलीक्लिनिक में भर्ती की गई थीं. हालांकि कुछ घंटों बाद विनेश को छुट्टी मिल गई.
इसके बाद विनेश फोगाट की ओर से 7 अगस्त 2024 को भारतीय समयानुसार 8 बजकर 15 मिनट पर एप्लीकेशन दी गई थी. विनेश फोगाट ने CAS (Court of Arbitration for Sports) में अपील करते हुए कहा कि उन्हें इस इवेंट में सिल्वर मेडल दिया जाना चाहिए. ओलंपिक खेलों या उद्घाटन समारोह से पहले 10 दिनों की अवधि के दौरान उत्पन्न होने वाले किसी भी विवाद के समाधान के लिए यहां CAS स्थापित किया गया.
8 अगस्त 2024
8 अगस्त को विनेश फोगाट ने संन्यास लेने का ऐलान कर दिया. उन्होंने यह जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए दी. विनेश फोगाट ने कहा कि मां कुश्ती मेरे से जीत गई. मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके. इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती 2001-2024. उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी.
माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ़ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब।
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) August 7, 2024
अलविदा कुश्ती 2001-2024 🙏
आप सबकी हमेशा ऋणी रहूँगी माफी 🙏🙏
9 अगस्त 2024
9 अगस्त को CAS की एडहॉक डिवीजन ने विनेश फोगाट के मामले में एप्लीकेशन को रजिस्टर कर लिया. विनेश के मामले की मध्यस्थता के लिए ऑस्ट्रेलियाई जज को नियुक्त किया गया. इस मामले में CAS की ओर से एक प्रेस रिलीज जारी की गई और इससे जुड़ा बड़ा अपडेट दिया गया. विनेश के केस को CAS OG 24/17 विनेश फोगट vs यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के तौर पर दर्ज किया गया.
विनेश के मामले में CAS के 4 वकील ने उनका पक्ष रखा, इनमें जोएल मोनलुइस, एस्टेले इवानोवा, हैबिन एस्टेले किम और चार्ल्स एमसन CAS सुनवाई में विनेश फोगाट का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील रहे. बाद में भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे को भी विनेश फोगट की अयोग्यता मामले में CAS में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की ओर से ऑनलाइन पेश हुए.
फिर CAS ने पूरे मामले की सुनवाई 9 अगस्त को पूरी कर ली. हालांकि CAS की एडहॉक डिवीजन ने निर्णय देने के लिए समय सीमा 10 अगस्त को भारतीय समयानुसार रात 9.30 बजे तक के लिए बढ़ा दी. यानी विनेश को मेडल मिलेगा या नहीं, इस पर फैसला आने का इंतजार थोड़ा बढ़ गया.
10 अगस्त 2024
10 अगस्त को विनेश को मेडल मिलने के मामले में एक और अपडेट आया. जहां भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को सिल्वर मिलेगा या नहीं इस फैसले की तारीख फिर बढ़ा दी गई. अब इस बारे में फैसला 13 अगस्त को आएगा. इस मामले की मध्यस्थता ऑस्ट्रेलियाई जज डॉ. एनाबेले बेनेट करेंगी. आमतौर पर एड-हॉक पैनल को फैसला सुनाने के लिए 24 घंटे का समय दिया जाता है. लेकिन अब उम्मीद है कि 13 अगस्त को भारत के लिए गुड न्यूज आएगी.