मुंबई टेस्ट मैच के पहले दिन टीम इंडिया को मुश्किलों से निकालकर बेहतर स्थिति में पहुंचाने का सबसे बड़ा श्रेय चेतेश्वर पुजारा को जाता है. पुजारा ने लगातार दूसरे टेस्ट मैच में शतक ठोककर टीम इंडिया को पहले दिन का खेल खत्म होने तक 266 रनों तक पहुंचाया. पुजारा फिलहाल 114 रन बनाकर नाबाद हैं.
पुजारा ने एक बार फिर अपनी पारी में गजब का संयम और साहस दिखाया. एक छोर पर जहां मेजबानों के दिग्गज बल्लेबाज आउट होते जा रहे थे दूसरे छोर पर पुजारा अंग्रेज गेंदबाजों की खबर ले रहे थे.
पुजारा ने 279 गेंदों का अभी तक सामना किया है और इस दौरान 10 चौके जड़े हैं. पुजारा की पारी की खास बात रही कि उन्होंने अच्छी गेंदों को जिस सम्मान के साथ खेला उतनी ही बुरी तरह खराब गेंद को सीमा के पार पहुंचाया.
पुजारा का यह तीसरा टेस्ट शतक था. इससे पहले अहमदाबाद में खेले गए इंग्लैंड के खिलाफ इसी सीरीज के पहले टेस्ट की पहली पारी में पुजारा ने नाबाद 206 रनों की पारी खेली थी. इसके अलावा न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद टेस्ट में पुजारा ने 159 रनों की पारी खेली थी.
खास बात ये है कि पहले टेस्ट की दोनों पारियों में पुजारा नाबाद रहे थे और अभी भी फिलहाल वह विकेट पर टिके हुए हैं.
इस पारी में पुजारा ने 110 गेंदों पर अपना अर्धशतक जबकि 248 गेंदों पर अपना शतक जड़ा.
आर अश्विन के साथ मिलकर पुजारा फिलहाल 97 रनों की साझेदारी कर चुके हैं.
पुजारा की तुलना राहुल द्रविड़ से की जाने लगी है और पुजारा अपने खेल से इस तुलना को जायज भी ठहरा रहे हैं.
अपने करियर के पहले टेस्ट की पहली पारी में 4 रनों पर आउट होने के बाद दूसरी पारी में 72 रनों की अर्धशतकीय पारी खेलकर पुजारा ने सभी को प्रभावित किया था.