भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच के दौरान रोमांच तो चरम पर होता ही है साथ ही विवादों का दौर भी साथ चलता है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट के दौरान कुछ विवाद जिन्होंने क्रिकेट के भद्रजनों के खेल होने पर सवालिया निशान लगा दिया.
सिडनी 2008: ऑस्ट्रेलिया ने ये विवादित टेस्ट मैच जीत लिया था. 2 जनवरी से 6 जनवरी के बीच खेले गए इस टेस्ट मैच को ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी दिन कुछ मिनट शेष रहते 122 रनों से जीत लिया था. इस टेस्ट में हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स के बीच हुई झड़प ने क्रिकेट को शर्मसार किया. मैच के पांचों दिन एक शतक जड़ा गया और साथ ही स्टीव बकनर और मार्क बेनसन अंपायरों के गलत फैसलों के लिए भी ये टेस्ट मैच याद रखा जाएगा. इस टेस्ट में साइमंड्स ने 162 की नाबाद पारी फिर 61 रनों की पारी और 51 रन देकर 3 विकेट झटके थे.
मेलबर्न 1981: इस मैच को जीतकर भारत ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टेस्ट जीत की संख्या तीन कर दी थी, लेकिन इस मैच में कप्तान सुनील गावस्कर को विवादित तरीके से एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया गया था. जिसके बाद वो चेतन चौहान के साथ ड्रेसिंग रूम लौट गए थे.
एडिलेड टेस्ट 1999-2000: मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को ग्लेन मैकग्राथ की गेंद पर विवादित रूप से अंपायर डेरेल हार्पर ने आउट दे दिया था. सचिन ने इसके बाद कहा था, 'सबने देखा था क्या हुआ था.' भारत-ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के शर्मनाक विवादों में ये विवाद भी शुमार है. भारत ये सीरीज 0-3 से हार गया था.
मुंबई 2001: भारत ये टेस्ट मैच तीन दिनों में ही हार गया था लेकिन माइकल स्लेटर ने इस मैच को विवादित बना दिया था. स्लेटर ने ना केवल अंपायर एस वेंकटराघवन से बहस की बल्कि राहुल द्रविड़ के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया था.
मंकीगेटः टीम इंडिया के बेहतर प्रदर्शन के बावजूद अंपायरों के गलत फैसलों की वजह से उसे सिडनी टेस्ट में हार मिली और इस तरह ऑस्ट्रेलिया जाकर सीरीज जीतने की उम्मीद भी खत्म हो गई थी. दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमी जानते हैं कि ऑस्ट्रेलियाई टीम सबसे ज्यादा बड़बोली है और विरोधी टीम को अपने शब्द बाणों से जख्मी करना उसकी स्ट्रैटिजी का हिस्सा रहा है. हरभजन के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 'मैदान की बातें मैदान में ही रहें' के अपने ही बनाए सिद्धांत को तोड़ा था. हरभजन सिंह और साइमंड्स के बीच हुए विवाद के बाद भारत ये दौरा बीच में ही छोड़कर आने का मन बना चुका था.
आक्रामक हुए थे अनिल कुंबलेः 2008 में सिडनी टेस्ट में मिली हार के बाद अनिल कुंबले ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ काफी आक्रामक दिखाई दिए. जबड़े पर चोट लगे होने के बावजूद भी कुंबले पट्टी बांधकर मैदान पर खेलने उतरे थे.
दिल्ली 2008: इस मैच में गौतम गंभीर ने भले ही दोहरा शतक जड़ा लेकिन अगले टेस्ट मैच के लिए उन पर बैन लग गया था. शेन वॉटसन ने जब गंभीर को उकसाया तो गंभीर उनको रन लेने के दौरान कोहनी मारते नजर आए थे.