भारतीय कुश्ती दल के सबसे युवा पहलवान 19 वर्षीय अमित के पास कांस्य पदक जीतने का मौका था लेकिन वह रेपेचेज राउंड में अपनी चुनौती को बरकरार नहीं रख सके.
अमित ने 55 किग्रा फ्रीस्टाइल के प्री क्वार्टर फाइनल में अपने से कहीं मजबूत और लंबे ईरान के पहलवान रहीमी हसन सबजाली को 3-1 से हराकर अच्छी शुरुआत की थी लेकिन अगले दौर में उन्हें जार्जिया के व्लादिमीर खिंचेगाशविली के हाथों इसी स्कोर से हार का सामना करना पड़ा.
लंदन ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने वाले सबसे युवा पहलवान भारत के अमित कुमार के लिए पुरुषों की 55 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा के रेपेज दौर में खेलने का रास्ता खुल गया था. इस तरह वह एक बार फिर पदक की दौड़ में लौट आए थे, लेकिन उनके पास सिर्फ कांस्य जीतने का मौका था.
सेमीफाइनल में जॉर्जिया के ब्लादिमीर किंचालेगा के हाथों जापान के शिनिची युमोतो की हार के साथ अमित के लिए यह रास्ता खुला.
किंचालेगा ने ही अमित को क्वार्टर फाइनल में हराया था. नियमों के मुताबिक अगर कोई पहलवान फाइनल में पहुंच जाता है तो उससे हारे हुए पहलवान को रेपेज में खेलने का मौका मिलता है.
अमित रेपेचेज के दूसरे राउंड में दमदार प्रदर्शन करने में नाकाम रहे और बुल्गारिया के अनुभवी पहलवान रादोस्लाव मारिनोव वेलिकोव से 3-0 से हार गये.
अमित के पास वेलिकोव की तेजी का कोई जवाब नहीं था जिन्होंने भारतीय पहलवान को मुकाबले के दौरान अंकों से महरूम रखा.
वेलिकोव हालांकि भारतीय पहलवान पर दबदबा नहीं बना पाए लेकिन बुल्गारिया के इस पहलवान ने अहम मौकों पर अंक जुटाए और कांस्य पदक प्ले ऑफ मुकाबले में जगह बनाने में सफल रहे जहां उनका सामना युमोटो से होगा.
रेपेचेज में हार के बाद अमित कुमार से कांस्य पदक की उम्मीद भी टूट गई.
अमित कुमार भारतीय कुश्ती दल के सबसे युवा पहलवान हैं, जिनकी उम्र मात्र 19 साल है.
अमित कुमार और नरसिंह यादव की हार से कुश्ती में पुरुष वर्ग की शुरुआत काफी निराशाजनक रही.
भारत के पहलवान नरसिंह यादव लंदन ओलम्पिक की फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा के 74 किलोग्राम वर्ग में शुक्रवार को अपना प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबला हार गए.
नरसिंह पहले दौर में ही बाहर हो गए और उन्हें रेपेचेज राउंड में खेलने का मौका भी नहीं मिला.
मैथ्यू अगले दौर में अमेरिका के जोर्डन अर्नेस्ट बुरोगस ने 1-3 से हार गए जिससे नरसिंह का रेपेचेज के जरिये स्पर्धा में बने रहना का सपना भी टूट गया.
नरसिंह को कनाडा के मैथ्यू जेंट्री ने 3-1 से हराया. जेंट्री अगर इस वर्ग के फाइनल में पहुंचने में सफल रहे तो फिर नरसिंह को रेपेज के माध्यम से एक बार फिर पदक की दौड़ लौटने का मौका मिलेगा.