दक्षिण अफ्रीका को एक रन से हराने के बावजूद भारतीय टीम सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सकी.
भारतीय क्रिकेट टीम ने मंगलवार को आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए ट्वेंटी-20 विश्व कप के सुपर 8 दौर के अंतिम मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को हरा दिया लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सकी.
सुरेश रैना ने सबसे अधिक 44 रन बनाए.
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी नाबा 23 रन की उपयोगी पारी खेली.
दक्षिणी अफ्रीकी गेंदबाज रॉबिन पीटरसन ने दो विकेट झटके. उन्होंने वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा को आउट किया.
तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल ने शानदार गेंदाबजी की और 2 विकेट झटके.
भारत की ओर से गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग ने पारी की शुरुआत की. दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 23 रन जोड़े. गंभीर आठ रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल की गेंद पर बोल्ड हो गए.
विस्फोटक सलामी बल्लेबाज सहवाग के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा. सहवाग को 17 रन के निजी योग पर स्पिनर रॉबिन पीटरसन ने बोल्ड किया. सहवाग ने 14 गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया.
बाएं हाथ के बल्लेबाज युवराज सिंह को 21 रन के निजी योग पर मोर्कल ने बोल्ड किया.
दक्षिण अफ्रीका की ओर से मोर्ने मोर्कल और पीटरसन ने दो-दो जबकि कैलिस ने एक विकेट झटका.
सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए भारत को दक्षिण अफ्रीका को कम से कम 31 रनों के अंतर से हराना था लेकिन उसे एक रन के अंतर से ही जीत मिल सकी. दक्षिण अफ्रीकी टीम सुपर-8 दौर में एक भी मैच नहीं जीत सकी लेकिन इसके बावजूद उसने भारत की मिट्टी पलीद कर दी.
भारत की ओर से लक्ष्मीपति बालाजी और जहीर खान ने तीन-तीन विकेट लेकर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की लेकिन ये गेंदबाज बड़ी देर से नींद से जागे.
भारत को निराश करने में डुप्लेसिस की सबसे अहम भूमिका रही, जिन्होंने अपनी 38 गेंदों की पारी में छह चौके और दो छक्के लगाए.
भारतीय टीम की ओर से रखे गए 153 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने 19.5 ओवरों में 151 रनों पर अपने सभी विकेट गंवा दिए.
दक्षिण अफ्रीकी टीम फाफ डुप्लेसिस के शानदार 65 रनों की बदौलत 17वें ओवर में ही 122 रन बनाने में सफल रही. और भारत वर्ल्ड कप से बाहर हो गया.