भारत के पूर्व कप्तान और महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर को बीसीसीआई के प्रतिष्ठित कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से नवाजा गया. सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली को भी उनकी उपलब्धियों के लिए पुरस्कृत किया गया.
पुरस्कार में गावस्कर को एक ट्राफी, प्रशस्ति पत्र और 25 लाख रुपये का चेक दिया गया.
लिटिल मास्टर के नाम से प्रख्यात गावस्कर ने 1970-71 से 1986-87 तक 125 टेस्ट में भारत का प्रतिनिधित्व किया था और वेस्टइंडीज में अपनी पहली सीरीज में रिकॉर्ड 774 रन बनाए थे. वह टेस्ट में 10,000 रन बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज थे और लगातार 100 टेस्ट खेलने वाले भी पहले बल्लेबाज थे.
तेंदुलकर को टेस्ट और वनडे क्रिकेट में 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने के लिए सम्मानित किया गया.
अगस्त में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज से पहले संन्यास लेने वाले वीवीएस लक्ष्मण को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पिछले डेढ़ दशक में उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया.
विराट कोहली को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 2011-12 सत्र में सर्वश्रेष्ठ भारतीय क्रिकेटर के लिए ‘पाली उमरीगर पुरस्कार’ से नवाजा गया.
तेंदुलकर ने पुरस्कार लेते हुए गावस्कर को धन्यवाद दिया और कहा कि खेल से जुड़ने में वही उनकी प्रेरणा थे. तेंदुलकर ने गावस्कर की मौजूदगी में कहा, ‘हम आपको खेलते हुए देखकर बड़े हुए. मुझे क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित करने के लिए धन्यवाद. मैं सिर्फ आपके पदचिन्हों पर चलना चाहता था.’
इस पुरस्कार समारोह में मोहम्मद अजहरुद्दीन और अनिल कुंबले जैसे दिग्गज भी पहुंचे.