प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड के लिए एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण के नाम की अनुशंसा की गई है. विकास का मानना है कि कोरोना वायरस के पहले वह जिस स्थिति में थे, उस स्थिति में लौटने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी.
विकास ने कहा, 'लॉकडाउन में भी मैंने अपना सामान्य प्रशिक्षण जारी रखा (खुद को फिट रखने के लिए). मैं एक महीने से एक दोस्त के साथ रह रहा था, जोकि खुद भी एक बॉक्सर हैं, और हमने एक साथ अपना प्रशिक्षण किया, लेकिन तब घर पर वैसी ट्रेनिंग नहीं हो पाती है.'
विकास ने कहा, 'सभी एथलीट अलग हैं और प्रत्येक के शरीर अलग हैं. मुझे अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटने के लिए करीब डेढ़ महीने का समय लगेगा और फिर मैं पेशेवर मुक्केबाजी में उतर सकता हूं.'
भारतीय मुक्केबाज ने मौजूदा परिस्थितियों को लेकर कहा, 'शुरुआत में मैंने लोगों को यह संदेश देने की कोशिश की कि इस मुश्किल समय ज्यादा परेशान न हो, लेकिन पिछले एक महीने से मैं खुद घर में काफी परेशान था. अगर एक ही चीज को पिछले 10-20 साल से कर रहे हैं और अगर वह अचानक रूक जाता है तो फिर से आप एक अलग तरीके से दिखते हैं.'