भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद खेल का नतीजा तो दिखने लगा है और यह इंग्लैंड के पक्ष में ही दिख रहा है.
गौतम गंभीर की फिफ्टी के बदौलत तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद भारत ने 7 विकेट खोकर 117 रन बना लिए हैं. भारत के पास अब तक 31 रन की बढ़त हो चुकी है.
पहले केविन पीटरसन का शतक और उसके बाद मोंटी पनेसर के पांच विकेट ने भारत का नतीजा लिखना शुरू कर दिया था. उसके बाद रही सही कसर खुद भारतीय बल्लेबाजों ने पूरी कर दी.
गंभीर और अश्विन को छोड़कर दूसरी पारी में कोई भी बल्लेबाज अब तक दहाई का आंकड़ा छू नहीं सके.
मोंटी पनेसर ने सहवाग, तेंदुलकर, युवराज, धोनी और अश्विन को विकेट लेकर अपने पांच विकेट पूरे किए.
तीसरे का खेल खत्म होने तक गंभीर (53 रन) और हरभजन (1 रन) बनाकर क्रीज पर हैं.
इससे पहले केविन पीटरसन और एलिस्टेयर कुक के शतकों से पहली पारी में बढ़त हासिल करने वाले इंग्लैंड ने मोंटी पनेसर की मदद से भारत को स्पिन जाल में फंसाकर दूसरे टेस्ट क्रिकेट पर मजबूत शिकंजा कस दिया.
कुक और पीटरसन के शतकों से इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 413 रन बनाकर 86 रन की बढ़त हासिल की.
कुक ने 122 रन बनाये जबकि पीटरसन ने 186 रन की जबर्दस्त पारी खेली. इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 206 रन की साझेदारी की.
लेकिन महेंद्र सिंह धोनी का टर्निंग विकेट बनवाने का दांव लगातार दूसरी पारी में उल्टा पड़ता नजर आ रहा है. भारत ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में सात विकेट पर 117 रन बनाये हैं.
भारत को अभी केवल 31 रन की बढ़त मिली है. वीरेंद्र सहवाग (9), चेतेश्वर पुजारा (6), सचिन तेंदुलकर (8), विराट कोहली (7), युवराज सिंह (8) और कप्तान धोनी (6) कोई भी दोहरे अंक में नहीं पहुंच पाया.
सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने एक छोर संभाल रखा है. उन्होंने अब तक 109 गेंद पर 53 रन बनाये हैं. उनके अलावा रविचंद्रन अश्विन (11) ही दोहरे अंक में पहुंचे.
गंभीर के साथ दूसरे छोर पर हरभजन सिंह एक रन बनाकर खेल रहे हैं. वानखेड़े में दिन भर में 15 विकेट गिरे जिनमें से 14 विकेट स्पिनरों ने लिये. पनेसर के सामने भारतीय बल्लेबाज बगले झांकते नजर आये.
बायें हाथ के इस स्पिनर ने अभी तक 61 रन देकर पांच विकेट लिये हैं. इस तरह से वह मैच दस विकेट ले चुके हैं. आज बाकी दो विकेट आफ स्पिनर ग्रीम स्वान को मिले हैं.
इससे पहले भारत की तरफ से प्रज्ञान ओझा ने 143 रन देकर पांच विकेट लिये जबकि हरभजन और अश्विन ने दो-दो विकेट हासिल किये.
पनेसर की आगे पिच करायी गयी गेंद ने सहवाग के बल्ले का बाहरी किनारा लिया और गली में स्वान ने उसे कैच में बदलने में देर नहीं लगायी.
भारत को करारा झटका तब लगा जब पिछली तीन पारियों में इंग्लैंड के के लिये सरदर्द बने पुजारा केवल पांच गेंद का सामना करके पवेलियन लौटे. पुजारा ने स्वान की गेंद पर चौका जड़कर अच्छी शुरुआत की थी लेकिन इस आफ स्पिनर ने उन्हें आगे बढ़कर शाट खेलने के लिये मजबूर किया.
गेंद ने बल्ले का अंदरूनी किनारा लिया और शार्ट लेग पर जानी बेयरस्टॉ ने बायीं तरफ डाइव लगाकर कैच कर दिया.
तेंदुलकर ने पनेसर पर दो चौके जड़े लेकिन इस स्पिनर ने इसका बदला चुकाने में देर नहीं लगायी. तेंदुलकर उनकी सीधी गेंद खेलने के लिये बैकफुट पर गये और उस पर बल्ला नहीं अड़ा पाये. अंपायर को एलबीडब्ल्यू के लिये उंगली उठाने में कोई परेशानी नहीं हुई.
पनेसर अब तक चार बार तेंदुलकर को आउट किया है और इनमें तीन बार भारतीय बल्लेबाज एलबीडब्ल्यू आउट हुआ.
इस श्रृंखला से पहले अच्छी फार्म में चल रहे कोहली लगातार तीसरी पारी में नाकाम रहे. उन्होंने स्वान की फुलटास पर अपना विकेट इनाम में दिया. अहमदाबाद में उत्साहजनक वापसी करने वाले युवराज भी पनेसर की गेंद खेलने के लिये आगे बढ़े जो उनके दस्ताने को चूमकर शार्ट लेग क्षेत्ररक्षक के पास चली गयी.
धोनी भी पनेसर की टर्न को नहीं समझ पाये. बाकी बल्लेबाजों की तरह गेंद ने उनके बल्ले का भी किनारा लिया था. अश्विन ने हवा में शाट खेलकर कैच दिया.
इससे पहले इंग्लैंड ने सुबह दो विकेट पर 178 रन से आगे खेलना शुरू किया. उसकी टीम चायकाल से ठीक पहले आउट हो गयी थी. इंग्लैंड ने अपने आखिरी चार विकेट सात रन के अंदर गंवाये.
अहमदबाद में दूसरी पारी में 176 रन बनाने वाले कुक ने सुबह 87 रन से अपनी पारी आगे बढ़ायी थी. उन्होंने और पीटरसन दोनों ने 22वां टेस्ट शतक लगाकर इंग्लैंड की तरफ से सर्वाधिक शतक के रिकार्ड की बराबरी की.
अश्विन ने कुक को आउट करके पीटरसन के साथ उनकी साझेदारी तोड़ी. उनकी गेंद कुक के बल्ले को चूमती हुई विकेटकीपर धोनी के दस्तानों में गयी. इंग्लिश कप्तान ने 270 गेंद खेली तथा 13 चौके और एक छक्का लगाया.
ओझा ने इसके बाद बेयरस्टॉ (9), समित पटेल (26) और पीटरसन को आउट किया. ओझा ने निक काम्पटन और जोनाथन ट्राट को भी आउट किया था.