बायें हाथ के कलात्मक बल्लेबाज डेरेन ब्रावो की शतकीय पारी सहित चोटी के छह बल्लेबाजों के अभूतपूर्व ‘पचासा’ प्रदर्शन से वेस्टइंडीज ने तीसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में के दूसरे दिन भी भारतीय गेंदबाजों को हताश करते हुए पहली पारी में विशाल स्कोर खड़ा किया.
वेस्टइंडीज के चोटी के चार बल्लेबाजों ने कल कम से कम अर्धशतक जरूर बनाया. इनमें से ब्रावो उसे शतक में तब्दील करने में सफल रहे और उन्होंने 166 रन की जोरदार पारी खेली.
किर्क एडवर्डस (86) और कीरेन पावेल (81) शतक से चूक गये लेकिन छठे नंबर पर उतरे मलरेन सैमुअल्स 61 रन ठोक गये जिससे वेस्टइंडीज ने नौ विकेट पर 575 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया.
भारत को पहले दो सत्र में केवल दो विकेट मिले लेकिन चाय के विश्राम के बाद उसने पांच विकेट निकाले. इनमें से तीन विकेट अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे वरुण आरोन ने लिये.
उन्होंने ब्रावो की जोरदार पारी का अंत भी किया जिन्हें अपने रिश्तेदार और महान बल्लेबाज ब्रायन लारा के 13वें टेस्ट मैच के बाद के आंकड़ों की बराबरी करने के लिये तब केवल एक रन की दरकार थी.
टेस्ट क्रिकेट में यह केवल पांचवां अवसर है जबकि चोटी के छह बल्लेबाजों ने 50 से अधिक रन बनाये. इस वजह से भारतीय गेंदबाजों को दूसरे दिन भी जूझना पड़ा. आरोन पहले दो सत्र में प्रभावहीन रहे लेकिन तीसरे सत्र में उन्होंने तीन विकेट लिये.
आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन हालांकि सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने अब तक 154 रन देकर चार विकेट लिये हैं. स्टंप उखड़ने के समय फिदेल एडवर्डस सात और देबेंद्र बिशू दो रन पर खेल रहे थे.
वेस्टइंडीज की पारी के नायक फिर से ब्रावो रहे जिन्होंने कोलकाता टेस्ट के बाद यहां भी सैकड़ा जमाया. यह पिछले चार मैच में उनका तीसरा शतक है. बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने 284 गेंद खेली तथा 17 चौके लगाये. उन्होंने इस बीच किर्क एडवर्डस के साथ तीसरे विकेट के लिये 164 और पावेल के साथ चौथे विकेट के लिये 160 रन की दो बड़ी शतकीय साझेदारियां भी की.
ब्रावो ने उनकी आफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर ड्राइव करना चाहा लेकिन वह उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर महेंद्र सिंह धोनी के दस्तानों में चली गयी. आरोन ने इसके बाद कार्लटन बॉ (4) और डेरेन सैमी (3) को भी पवेलियन भेजा जबकि अश्विन ने रवि रामपाल (10) और सैमुअल्स के विकेट लिये.
धोनी को इन साझेदारियों को तोड़ने के लिये वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर को भी गेंद सौंपनी पड़ी थी. ब्रावो की पारी का अंत आखिर में आरोन ने किया जो उनके कैरियर का पहला विकेट भी है.