आईसीसी एलीट पैनल के पूर्व अंपायर डेरेल हार्पर ने खुलासा किया है कि एक मैच के दौरान महेंद्र सिंह धोनी उनके फैसले से नाराज हो गए थे.
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डेरेल हार्पर ने साल 2011 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए जमैका टेस्ट मैच का जिक्र किया है, जिसमें उन्होंने डेब्यू करने वाले भारतीय तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार के बॉलिंग करने पर बैन लगा दिया था.
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बता दें कि इस मैच में प्रवीण कुमार को पिच के डेंजर एरिया में पैर रखने की वजह से बैन कर दिया गया था. तब अंपायर डेरेल हार्पर के फैसले से टीम इंडिया के तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी नाराज हो गए थे.
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डेरेल हार्पर ने एशियानेट न्यूजएबल से कहा, 'धोनी ने मुझसे कहा था कि नए क्रिकेटर प्रवीण कुमार पर मुझे इतना सख्त एक्शन नहीं लेना चाहिए था और थोड़ी नर्मी दिखानी चाहिए थी.'
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डेरेल हार्पर ने कहा, 'प्रवीण कुमार 52 वनडे इंटरनेशनल मैच खेल चुके थे और उन्हें नियम पता थे. मैंने धोनी को प्रवीण कुमार को बॉलिंग से बैन करने के बारे में बताया था.'
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हार्पर ने कहा, 'लेकिन धोनी ने मुझसे कहा कि हम आपकी वजह से पहले भी मुश्किलों का सामना कर चुके हैं हार्पर. मैं हंसा और आगे बढ़ गया.'
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डार्ल हार्पर को सचिन तेंदुलकर को कंधे पर गेंद लगने के बाद
एलबीडब्ल्यू आउट देने के लिए याद किया जाता है. ऐसा साल 1999 में एडिलेड टेस्ट मैच में हुआ था.
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1999 एडिलेड टेस्ट मैच में सचिन ने मैक्ग्रा की शॉर्ट गेंद को रोकने की
कोशिश की थी और उससे बचने के लिए बैठ गए थे लेकिन गेंद ज्यादा उठी नहीं थी
और सचिन के कंधे पर लगी थी. ऑस्ट्रेलिया ने इस पर अपील की और हार्पर ने
सचिन को आउट दे दिया.
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डार्ल हार्पर ने कहा, 'आप हो सकता है कि इस बात को जानकर दुखी हों कि मुझे
अभी भी उस फैसले पर गर्व है क्योंकि मैंने वो चीज देखी, बिना किसी डर के
नियम लागू किए.'
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हार्पर ने कहा, 'सचिन उस समय भारतीय टीम के कप्तान थे और आईसीसी अधिकारी ने
मुझसे कहा था कि उन्होंने मैच के बाद मेरे प्रदर्शन का विश्लेषण करते हुए
उस फैसले को नोट नहीं किया था.'