सचिन तेंदुलकर के महाशतक की उम्मीदों के साथ ईडन गार्डन्स पहुंचे दर्शकों को यहां राहुल द्रविड़ के बल्ले से एक और चत्मकृत पारी देखने को मिली.
भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच की पहली पारी में मजबूत स्कोर की तरफ कदम बढ़ाये.
तेंदुलकर तो महज 38 रन बनाकर पवेलियन लौट गये लेकिन द्रविड़ ने एक छोर संभाले रखा और 119 रन बनाये.
पारी के शुरू में ही सहवाग के हेलमेट पर गेंद लगी लेकिन इससे उन पर कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने 33 गेंद पर आठ चौकों की मदद से 38 रन की तूफानी पारी खेली.
गंभीर और वीरेंद्र सहवाग ने सुबह पहले विकेट के लिये 66 रन की साझेदारी की.
गौतम गंभीर ने भी 65 रनों की उपयोगी पारी खेली.
गंभीर के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे तेंदुलकर ने शुरू से प्रवाहमय बल्लेबाजी की लेकिन जब वह पूरी लय में बल्लेबाजी कर रहे थे तभी वेस्टइंडीज के लेग स्पिनर देवेंद्र बिशू ने वह गेंद कर दी जिससे पूरा स्टेडियम खामोश हो गया.
बिशू की वह शार्ट पिच गेंद थी जिसे तेंदुलकर ने पुल करके मिडविकेट पर खड़े मलरेन सैमुअल्स को आसान कैच थमाया. उन्होंने अपनी पारी में 71 गेंद खेली तथा पांच चौके लगाये.
ईडन के 67000 क्षमता वाले स्टेडियम में सुबह लगभग 1000 दर्शकों के सामने सहवाग ने अपना नैसर्गिक खेल दिखाया.
गंभीर और वीरेंद्र सहवाग ने सुबह पहले विकेट के लिये 66 रन की साझेदारी की.
जब लग रहा था कि द्रविड़ और लक्ष्मण अपनी साझेदारी को लंबी खींचने में सफल रहेंगे तब कैरेबियाई टीम को द्रविड़ का अमूल्य विकेट मिल गया.
राहुल द्रविड़ ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 119 रन बनाये.
दिल्ली में पहला टेस्ट मैच जीतकर तीन मैच की सीरिज में 1-0 से आगे चल रहे भारत ने दिन के अंतिम क्षणों में चार गेंद के अंदर दो विकेट गंवाये.
टेस्ट मैचों में अक्सर टास गंवाने वाले धोनी सुबह सिक्के की उछाल में भाग्यशाली रहे और उन्होंने पहले बल्लेबाजी का फैसला भी किया.