सन 2004 के ओलंपिक में उन्होंने ओलंपिक का रिकॉर्ड तो तोड़ा था लेकिन वे कोई मेडल लेने से चूक गए थे.
पाँच फ़ुट आठ इंच लंबाई वाले अभिनव को 2001 में अर्जुन पुरस्कार और 2001-2002 में राजीव गांधी खेल रत्न से नवाज़ा गया.
28 सितंबर को वे अपने जीवन के 30 बरस पूरे कर चुके हैं. उन्होंने अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर के पांच स्वर्ण, एक रजत व एक कांस्य पदक जीते हैं.
देहरादून में पैदा हुए और चंडीगढ़ में पले बढ़े अभिनव बिंद्रा वर्ष 2000 में सिडनी ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय भी बने. उनका जन्म 28 सितंबर, 1982 को हुआ था.
अभिनव बिंद्रा ने आईएसएसएफ विश्व शूटिंग चैंपियनशिप में, मेलबोर्न पहुंचे कामनवेल्थ खेलों में और दोनों जगहों पर उन्होंने स्वर्णिम सफलता पाई.
अपने स्वयं के इंडोर शूटिंग रेंज में लेफ्टिनेंट कर्नल जेएस ढिल्लो द्वारा तराशे गए अभिनव ने भले ही 2000 के ओलंपिक में कोई झंडे नहीं गाड़े पर वे वहां गए भारतीय दल के सबसे युवा सदस्य थे.
19 वर्ष की आयु में अभिनव बिंद्रा देश का सबसे बड़ा खेल सम्मान राजीव गाँधी खेल रत्न पा गए. उन्हें पद्मभूषण भी मिला.
26 वर्ष की उम्र में 10 मीटर एयर राइफल के अपने करिश्मे को देश के लिए एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक में बदलने का ऐसा ही कठिन काम किया था अभिनव ने.