भारत की ओर से अर्जुन बालू, कार्तिक शंकर, विकास आनंद, अमित्रजीत घोष, जामिन जाफर, अमया वालावालकर, अश्विन सुंदर और गौरव गिल चुनौती पेश करेंगे जबकि ब्रिटेन की एलिस पावेल चैम्यिनशिप की एकमात्र महिला ड्राइवर होंगी. एक लाख डालर इनामी वाली इस प्रतियोगिता के विजेता को 50 हजार डालर दिये जाएंगे जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले ड्राइवर को क्रमश: 30 और 20 हजार डालर मिलेंगे.
दिल्ली चैम्पियनशिप विद एमआरएफ में आठ भारतीय ड्राइवर होंगे. भारत के बाद सबसे अधिक सात ड्राइवर ब्रिटेन के हैं जबकि फिनलैंड के दो और ईरान, आस्ट्रेलिया तथा फ्रांस का एक एक ड्राइवर इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेगा.
मामेन ने साथ ही कहा कि एमआरएफ की भी अगले साल तक फार्मूला वन कार विकसित करने की योजना है जब 2012 से रेस के लिए नये पैमाने लागू होंगे.
उन्होंने कहा, ‘इस रेस में 20 युवा प्रतिस्पर्धी ड्राइवर हिस्सा लेंगे जिसमें से आठ भारत के हैं. इसके अलावा ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, फ्रांस, फिनलैंड और ईरान के ड्राइवर भी इस रेस में शिरकत करेंगे.’
क्वालीफाइंग सत्र का आयोजन 28 अक्तूबर को होगा जबकि 29 और 30 अक्तूबर को 10-10 लैप की रेस होगी.’
एमआरएफ के प्रबंध निदेशक अरुण मामेन ने रेस का ब्यौरा देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘दिल्ली चैम्पियनशिप विद एमआरएफ 2011 फार्मूला वन एयरटेल ग्रां प्री आफ इंडिया की आधिकारिक सपोर्ट रेस होगी.
दिल्ली चैम्पियनशिप विद एमआरएफ इंडियन ग्रां प्री की आधिकारिक सपोर्ट रेस है. इसका आयोजन 28 से 30अक्टूबर को ही इंडियन ग्रां प्री के दौरान ही किया जाएगा. पहले दिन 28 अक्तूबर को अभ्यास और क्वालीफाइंग सत्र होगा जबकि अगले दो दिन 10-10 लैप की रेस होगी.
भारतीय प्रशंसकों को बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर 28 से 30 अक्टूबर तक पहली इंडियन ग्रां प्री के दौरान ही इस फार्मूला वन रेस की सपोर्ट रेस ‘दिल्ली चैम्पियनशिप विद एमआरएफ’ के रोमांच से रूबरू होने का भी मौका मिलेगा.