भारत के स्टार निशानेबाज गगन नारंग ने सोमवार को कांस्य पदक जीत कर लंदन ओलंपिक में भारत की झोली में पहला पदक डाला. नारंग ने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में कांस्य जीता.
नारंग बीजिंग ओलंपिक में फाइनल में जगह नहीं बना सके थे लेकिन इस बार उन्होंने पदक पर निशाना लगाया. यह अलग बात है कि बीजिंग में इस स्पर्धा का स्वर्ण जीतने वाले बिंद्रा इस बार फाइनल में नहीं पहुंच सके.
नारंग ने क्वालीफाईंग राउंड में 598 अंक हासिल करते हुए तीसरा स्थान प्राप्त किया था. फाइनल में उन्होंने 103.1 अंक जुटाए और कुल 701.1 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता.
फाइनल में नारंग ने 10 प्रयासों में क्रमश: 10.7, 9.7, 10.6, 10.7, 10.4, 10.6, 9.9, 10.3 और 10.7 स्कोर हासिल किया.
10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में भारत को मौजूदा चैम्पियन अभिनव बिंद्रा से एक बार फिर से ओलंपिक चैम्पियन जैसे प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन उन्होंने निराश किया.
ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी ने भी जीत के साथ अपनी उम्मीदों को जीवंत रखा है.
ग्रुप बी के करो या मरो के मुकाबले में उतरी ज्वाला और अश्विनी की जोड़ी ने विषम परिस्थितियों से उबरते हुए चिएन यु चिन और चेंग वान सिंग की चीनी ताइपे की जोड़ी को कड़े मुकाबले में 55 मिनट में 25-23, 16-21, 21-18 से हराकर नाक आउट में जगह बनाने की उम्मीदों को जीवंत रखा है.
भारत की दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल ने लंदन ओलंपिक की महिला एकल स्पर्धा के ग्रुप ई मैच में सोमवार को यहां बेल्जियम की लियाने टेन के खिलाफ सीधे गेमों में आसान जीत के साथ नाकआउट चरण में जगह बनाई.
दुनिया की पांचवें नंबर की भारतीय खिलाड़ी सायना पूरे मैच के दौरान नियंत्रण में दिखी और उन्होंने यहां वेम्बले एरेना में बेल्जियम की खिलाड़ी को सिर्फ 24 मिनट में 21-4, 21-14 से हराकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की.
चौथी वरीय भारतीय को नाक आउट में दुनिया की 20वें नंबर की खिलाड़ी चीन में जन्मीं हालैंड की याओ जेई का सामना करना पड़ सकता है.
सायना ने सोमवार को शुरू से ही दबदबा बनाए रखा और विरोधी खिलाड़ी का कोई मौका नहीं दिया. भारतीय खिलाड़ी ने काफी अच्छी तरह से विरोधी खिलाड़ी के मूव को परखा और फिर उन्हें अंक जुटाने में कोई परेशान नहीं हुई जिससे इस 22 वर्षीय खिलाड़ी ने पहला गेम सिर्फ नौ मिनट में अपने नाम किया.
भारत ने सुमित सांगवान की विवादास्पद हार के बाद लंदन ओलम्पिक आयोजकों के समक्ष अपना आधिकारिक विरोध दर्ज करा दिया है. सांगवान सोमवार को लंदन ओलम्पिक में 81 किलोग्राम वर्ग की मुक्केबाजी स्पर्धा में ब्राजील के फेल्काओ फ्लोरेंटिनो से 14-15 से हार गए थे.
केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन ने भारतीय दल के प्रमुख पी.के. मुरलीधर राजा से आधिकारिक विरोध दर्ज कराने के लिए कहा था.
पहले दौर में सांगवान ने विपक्षी मुक्केबाज की तुलना में शानदार प्रदर्शन किया. जब निर्णायकों का फैसला आया तो उसमें सांगवान अपने प्रतिद्वंद्वी से एक अंक पीछे थे.
भारतीय मुक्केबाज ने दूसरे चक्र में शानदार वापसी की और मुक्कों की बरसात से फ्लोरेंटिनो को परेशान कर दिया. पर, इस चक्र में भी उसे 4-5 से पीछे घोषित किया गया.
लंदन ओलम्पिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम की निराशाजनक शुरुआत रही. भारत सोमवार को नीदरलैंड्स के खिलाफ अपना पहला मुकाबला 3-2 से हार गया. भारत की ओर से शिवेंद्र सिंह और धर्मवीर सिंह ने एक-एक गोल किया.
भारत ने नीदरलैंड्स को आखिरी बार ओलम्पिक में वर्ष 1984 में हराया था. भारतीय टीम ने मलेशिया के इपोह में हुए सुल्तान अलजान शाह कप टूर्नामेंट में कांस्य पदक हासिल किया था.
मुकाबले में 2-0 से पिछड़ने के बाद भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए
2-2 की बराबरी कर ली थी. भारत की तरफ से धर्मवीर सिंह ने 44वें मिनट एवं
शिवेंद्र सिंह ने 47वें मिनट में गोल दागा.
सरदारा सिंह द्वारा घेरे में विपक्षी खिलाड़ी को बाधा पहुंचाए जाने के बाद नीदरलैंड्स को 50वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिसे वीरडन ने गोल में बदल कर अपनी टीम को निर्णायक बढ़त दिला दी.