टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर 33 साल के हो गए हैं. गंभीर का जन्म 14 अक्टूबर 1981 को दिल्ली में हुआ था. गंभीर को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं.
गंभीर ने अपनी मजबूत बल्लेबाजी से टीम इंडिया को कई बार मुश्किलों से उबारा है, राहुल द्रविड़ के बाद गंभीर को टीम इंडिया की दूसरी दीवार भी कहा जाता है.
क्रिकेट के तीनों ही प्रारूपों में गंभीर ने अपनी उपयोगिता साबित की है. स्वभाव से शांत गंभीर जब क्रीज पर मौजूद होते हैं तो काफी आक्रामक हो जाते हैं.
28 अक्टूबर 2011 को गौतम गंभीर नताशा जैन के साथ शादी के बंधन में बंधे.
संजय भारद्वाज से क्रिकेट के गुर सीखने वाले गंभीर ने अपने खेल से सबको प्रभावित किया है.
अप्रैल 2003 में बांग्लादेश के खिलाफ गंभीर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज किया था. टीवीएस कप में ही अपना करियर शुरू करने वाले गंभीर ने तीसरे वनडे मैच में 71 रन की पारी खेली और मैन आफ द मैच चुने गए.
गंभीर ने वनडे में अपना पहला शतक श्रीलंका के खिलाफ 2005 में जड़ा. 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बार्डर गावस्कर ट्राफी के लिए गंभीर को टेस्ट में पदार्पण करने का मौका मिला.
इस मैच में गंभीर 3 और 1 रन की पारी खेलकर कोई असर छोड़ने में नाकाम रहे. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गंभीर ने दूसरा टेस्ट मैच खेला और 96 रन की पारी खेलकर सबको बता दिया कि वह टेस्ट मैच के लिए भी उपयोगी हैं.
गंभीर ने अपनी कप्तानी में आईपीएल टीम केकेआर को खिताबी जीत दिलाई.
2012 आईपीएल में केकेआर टीम को खिताब दिलाने में गंभीर की कप्तानी का बड़ा हाथ था.
गौतम गंभीर को अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है.
गंभीर को 2007 विश्व कप टीम में शामिल किया गया, हालांकि टीम इंडिया पहले दौर से ही बाहर हो गई. इसके बाद इसी साल हुए टी-20 वर्ल्ड कप के लिए गंभीर को टीम में खेलने का मौका मिला.
फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ गंभीर की 75 रनों की तूफानी पारी ने भारत को खिताब दिला दिया. 2007-08 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीबी सीरीज में कंधे की चोट के चलते गंभीर को टीम से बाहर बैठना पड़ा.
चोट से उबरने के बाद गंभीर ने जबर्दस्त वापसी की. 2009 में गंभीर को आईसीसी ने बेस्ट टेस्ट क्रिकेटर के अवार्ड से नवाजा.
2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज में गंभीर ने टीम की कमान संभाली और सीरीज 5-0 से जीतकर आने वाले समय में टीम इंडिया की कमान संभालने का दावा मजबूत किया.
गौती के नाम से मशहूर गंभीर ने भारत को 2011 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाते हुए 122 गेंदों पर 97 रनों की पारी खेली थी. हालांकि गंभीर शतक से चूक गए थे, लेकिन खिताबी जीत के बाद उनका मलाल खत्म हो गया.
गंभीर और सहवाग ने मिलकर टीम इंडिया को कई मौकों पर शानदार शुरुआत दिलाई है.
गंभीर को 2009 में आईसीसी टेस्ट प्लेयर आफ द ईयर चुना गया था.
लगातार पांच टेस्ट मैचों में शतक ठोकने का अनोखा रिकार्ड इसी खिलाड़ी के नाम पर दर्ज है.
मौजूदा समय में दुनियाभर के दिग्गज बल्लेबाजों में गंभीर शामिल हैं.
गौतम गंभीर 50 टेस्ट मैच खेल चुके हैं और इस दौरान उनके नाम 3770 रन दर्ज हैं.
टेस्ट मैचों में गंभीर के नाम पर 9 शतक और 19 अर्धशतक दर्ज हैं.
139 वनडे मैचों में गंभीर के नाम 11 शतक दर्ज हैं. इसके अलावा गंभीर ने 33 अर्धशतक भी जड़े हैं.
बाएं हाथ का ये बल्लेबाज किसी भी गेंदबाज की पिटाई करने में सक्षम है. गंभीर मैदान पर काफी आक्रामक दिखाई देते हैं.
दिल्ली के इस बल्लेबाज ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में खुद को साबित किया है.
टीम इंडिया ने जब 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 वर्ल्ड कप जीता तो गंभीर ने इन मैचों में शानदार प्रदर्शन किया. इसके अलावा टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक बनाने में भी गंभीर का बड़ा हाथ था.
गौतम अपने सरनेम के तरह काफी गंभीर मिजाज के हैं.
गौतम गंभीर शानदार बल्लेबाज होने के साथ-साथ काफी अच्छे फील्डर भी हैं.
गंभीर के पिता बिजनेसमैन हैं जबकि उनकी मां हाउसवाइफ हैं. गंभीर का आर्मी में जाने का काफी मन था, गंभीर खुद कह चुके हैं कि अगर वो क्रिकेटर नहीं होते तो आर्मी में होते.
गंभीर के खेल की कई दिग्गज क्रिकेटर तारीफ कर चुके हैं.
गंभीर फिलहाल चैंपियंस लीग में अपनी टीम केकेआर की कप्तानी कर रहे हैं. हालांकि उनके जन्मदिन से एक दिन पहले ही उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा.
सुनील गावस्कर के बाद से गौतम गंभीर को सबसे सफल सलामी बल्लेबाज माना जाता है.
गौतम गंभीर को टीम इंडिया के बाकी खिलाड़ी गौती कहकर बुलाते हैं.