टीम इंडिया के संकटमोचक और कई अहम मौकों पर टीम को हार के मुंह से निकालकर जीत की दहलीज तक पहुंचाने वाले सुरेश रैना का जन्म 27 नवंबर 1986 को गाजियाबाद में हुआ था. रैना विस्फोटक बल्लेबाज होने के साथ साथ कामचलाऊ गेंदबाज भी हैं.
फील्डिंग की बात करें तो रैना मौजूदा टीम के सबसे चुस्त फील्डरों में शुमार हैं. डाइव लगाकर कैच लपकना हो या रन रोकना हो रैना इसमें माहिर हैं.
सुरेश रैना वनडे क्रिकेट में टीम का अहम हिस्सा बन चुके हैं. लोअर ऑर्डर पर बल्लेबाजी करने उतरने वाले रैना ने 30 जुलाई 2005 को अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी.
रैना टीम इंडिया के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉरमैट्स में सेंचुरी जड़ी है.
अपने डेब्यू वनडे में रैना बिना खाता खोले आउट हो गए थे. मार्च 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 81 रनों की नाबाद पारी खेलकर अपना स्थान टीम में पक्का किया.
2011 वर्ल्ड कप जिताने में भी रैना का अहम हाथ था. कोच गैरी कर्स्टन भी इस बात को कबूल चुके हैं. टूर्नामेंट के शुरुआत में रैना को प्लेइंग एलेवेन में जगह ही नहीं मिली, यूसुफ पठान उनकी जगह खेले. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में अचानक धोनी ने पठान को ड्रॉप करके रैना को टीम में शामिल कर लिया और रैना ने इस मैच में नाजुक मौके पर नाबाद 34 रनों की पारी खेलकर भारत को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया.
2014 में इंग्लैंड दौरे पर जाने से पहले रैना ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से बल्लेबाजी के टिप्स लिए थे. जिसका फायदा वनडे सीरीज में देखने को मिला था. इस सीरीज में रैना ने एक सेंचुरी जड़ी थी.
सुरेश रैना ने IPL में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए लगातार शानदार प्रदर्शन किया है. IPL में सबसे ज्यादा (3325) रन सुरेश रैना के नाम दर्ज है. सबसे ज्यादा (24) अर्धशतक सुरेश रैना ने ही जड़े हैं.
सबसे ज्यादा छक्के लगाने के मामले में रैना क्रिस गेल के बाद दूसरे नंबर पर हैं. ऐसे ही न जाने कितने रिकॉर्ड्स इस खिलाड़ी ने अपने नाम कर रखे हैं.
अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पहुंचे सुरेश रैना और अपनी ये तस्वीर ट्विटर पर शेयर की.
इस तस्वीर को देखकर लगता है कि क्रिकेट खेलने के अलावा रैना को कुकिंग का भी खास शौक है. इस फोटो को भी उन्होंने ट्विटर पर शेयर किया है.
रैना के पिता त्रिलोक चंद रैना रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर हैं. रैना कश्मीरी पंडित परिवार से हैं.
राहुल द्रविड़ः टाइमलेस स्टील किताब में सुरेश रैना का एक आर्टिकल है.
सुरेश रैना ने जिस समय अपने करियर की शुरुआत की उस समय टीम इंडिया में जगह बनाना कोई आसान काम नहीं था. ये वो दौर था जब सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, मोहम्मद कैफ और महेंद्र सिंह धोनी टीम के नियमित खिलाड़ी हुआ करते थे.
वनडे टीम में जगह पक्की करने के बावजूद भी रैना को टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू के लिए 5 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा.
विराट कोहली और आर अश्विन ने सुरेश रैना की कप्तानी में अपना पहला टी-20 मैच खेला था.