दिल्ली टेस्ट के तीसरे दिन ही छह विकेट की धमाकेदार जीत से भारत ने ऑस्ट्रेलिया का 4-0 से क्लीन स्वीप करके नया इतिहास रच डाला.
तीसरे दिन के पहले 176 मिनट स्पिनरों के नाम रहे जिसमें भारत की पहली पारी में बचे दो विकेट के अलावा ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी भी 164 रन पर आउट हुई थी.
विकेट झटकने के बाद जश्न मनाते भारतीय खिलाड़ी.
ऐसा प्रतीत हो रहा था कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के पास जडेजा की फिरकी का जवाब न हो.
इशांत शर्मा ने पैटिनसन (11) को क्लीन बोल्ड कर भारत को नौवीं सफलता दिलाई.
रवींद्र जडेजा ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 58 रन देकर पांच विकेट झटके.
पुजारा 124 मिनट क्रीज पर रहे और उन्होंने 91 गेंदों पर दस चौकों की मदद से नाबाद 82 रन बनाये.
भारत की दूसरी पारी में नैथन लियोन ने दो विकेट झटके. वहीं पहली पारी में उन्होंने सात विकेट हासिल किए थे.
पुजारा ने अपनी इस पारी के दौरान कटिंग, पंचिंग और ड्राइव से इसी टीम के खिलाफ 2010 में बैंगलोर में अपने पदार्पण टेस्ट मैच में खेली गयी पारी की याद ताजा कर दी.
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने खुद ही महेंद्र सिंह धोनी को ट्रॉफी दी.
ट्रॉफी के साथ सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली.
कोटला की बालकोनी से दर्शकों का अभिवादन करते हुए सचिन तेंदुलकर.
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के साथ महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर.
जीतने के बाद मस्ती करने में जुटे विराट कोहली.
दूसरी पारी में सचिन तेंदुलकर बल्ले से खास कमाल नहीं कर सके. वे 1 रन बनाकर आउट हो गए.
दोनों ही पारी में सचिन का विकेट नैथन लियोन ने झटका.
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से गुफ्तगू करते हुए सचिन तेंदुलकर.
रवींद्र जडेजा को शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच का अवार्ड मिला.
पूरी सीरीज में शानदार गेंदबाजी के लिए आर अश्विन को मैन ऑफ द सीरीज मिला.
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के साथ सचिन तेंदुलकर.