इंचियोन में हो रहे एशियाई खेलों में भारतीय हॉकी टीम ने पाकिस्तान को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है.
एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही भारत ने 2016 में रियो-डी जनेरियो में होने वाले ओलंपिक के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है.
16 साल बाद एशियाई खेलों में भारतीय हॉकी टीम ने गोल्ड मेडल जीता तो जीत की खुशी को इस तरह से राष्ट्रध्वज हाथों में लेकर मनाया टीम इंडिया ने.
एशियाई खेलों के लीग मैच में पाकिस्तान ने भारत को पटखनी दी थी, इसलिए फाइनल मुकाबले में भारत पर दबाव काफी ज्यादा था, लेकिन टीम इंडिया ने फाइनल में पाकिस्तान से बेहतर खेल दिखाया.
इससे पहले 1998 में बैंकॉक में हुए एशियाई खेलों में भारत ने हॉकी का गोल्ड मेडल जीता था. पाकिस्तान के पिछली बार के डिफेंडिंग चैंपियन होने के कारण भी भारत के लिए यह मुकाबला काफी कठिन माना जा रहा था, लेकिन टीम इंडिया ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया.
16 साल बाद हॉकी टीम ने एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीता तो प्रशंसकों के चेहरे भी खिल उठे.
निर्धारित 60 मिनट तक स्कोर 1-1 से बराबर रहने पर मुकाबला पेनल्टी शूटआउट तक खिंचा, जिसमें भारत ने चार गोल किए जबकि डिफेंडिंग चैंपियन पाकिस्तान दो गोल ही कर सका.
पाकिस्तान के लिए वकास अहमद और शफकत रसूल ने गोल दागे जबकि मोहम्मद हसीम खान और मोहम्मद उमर भुट्टा गोल नहीं कर सके.
निर्धारित समय में पाकिस्तान के लिए मोहम्मद रिजवान सीनियर ने मैच शुरू होने के तीसरे ही मिनट में गोल दाग दिया था.
पेनल्टी शूट आउट के दौरान अपने खिलाड़ियों के निराशाजनक प्रदर्शन को देखते पाकिस्तानी खिलाड़ी. हार की आशंका से ही पाकिस्तानी खिलाड़ियों के सिर झुक गए.
भारत के लिए आकाशदीप सिंह, रूपिंदर पाल सिंह, बीरेंद्र लाकड़ा और धरमवीर सिंह ने पेनल्टी शूटआउट में गोल दागे, जबकि मनप्रीत सिंह नाकाम रहे.
भारत के लिए बराबरी का गोल 27वें मिनट में कोथाजीत सिंह ने किया.
फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को हराने के बाद अपने गोल्ड मेडल के साथ भारतीय हॉकी टीम.