अश्विनी महाजन ने कहा कि ऐसे समय में जब अपने बाजार को चीनी प्रभुत्व से मुक्त करने के लिए समूचा देश कड़ी मेहनत कर रहा है, सरकार भी चाइनीज कंपनियों को बाहर करने को लेकर हर कदम उठा रही है, चाहे चीनी निवेश को रोकने की बात हो या फिर चीनी कंपनियों को इंफ्रास्ट्रक्चर और टेलीकॉम सेक्टर के टेंडर से दूर रखने की कोशिशें. ऐसे में आईपीएल का यह कृत्य न केवल देश की मनोदशा पर चोट है, बल्कि यह देश की सुरक्षा और आर्थिक चिंताओं का पूरी तरह से अनादर दिखाता है.