विम्बलडन टेनिस चैम्पियनशिप में रूस की मारिया शारापोवा को दूसरे दौर में सनसनीखेज हार का सामना करना पड़ा.
विंबलडन टूर्नामेंट से बुधवार को 7 खिलाड़ियों ने चोट की वजह से नाम वापस ले लिया है.
ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी ग्रैंड स्लैम इवेंट से एक ही दिन में इतने सारे खिलाड़ियों ने नाम वापस लिया है.
ग्रैंड स्लैम इवेंट से बाहर जाने वाले अधिकांश खिलाड़ी मैच के दौरान स्लिप होकर गिरे. टेनिस कोर्ट्स के सरफेस की क्वॉलिटी पर भी सवाल उठने लगे हैं.
पूर्व चैंपियन मारिया शारापोवा ने कोर्ट में 3 बार स्लिप होने और घुटने में चोट लगने के बाद अंपायर से इस बारे में शिकायत भी की थी.
बुधवार को उन्हें दूसरे सेट के दौरान कई मिनट्स के लिए अपने घुटने का ट्रीटमेंट करने के लिए कोर्ट छोड़ना पड़ा और आते ही उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
चोट लगने के बाद शारापोवा ने कहा कि कोर्ट थोड़ा स्लिपरी था. उन्होंने यह भी कहा कि टूर्नामेंट में बाकी खिलाड़ी भी सामान्य से कुछ ज्यादा ही स्लिप हो रहे हैं.
सिर्फ शारापोवा ही नहीं, बेलारूस की प्लेयर विक्टोरिया अजारेंका ने भी कोर्ट सरफेस के स्लिपरी होने की शिकायत की थी.
विक्टोरिया अजारेंका भी घुटने की चोट के कारण बाहर हो गई.
विंबलडन के सीईओ रिचर्ड लूइस कोर्ट सरफेस खराब होने की बात से इनकार करते हैं. उनका कहना है, 'बुधवार को बहुत से खिलाड़ियों ने अलग-अलग वजहों ने नाम वापस लिया है.'
मारिया का इस तरह हार जाना टेनिस प्रेमियों के लिए निराशाजनक रहा.
इस हिस्से में बाकी बची सबसे ऊंची रैंकिंग वाली खिलाड़ी 2011 की चैंपियन पेत्रा क्वितोवा है, अंतिम 16 में पहुंचने के लिए जिसका मुकाबला रूस की एकातेरिना माकारोवा से है.
जर्मनी के खिलाड़ियों में सबीने लिजिकी अपने पसंदीदा टूर्नामेंट में फुल फॉर्म में है.