टीम इंडिया के स्टार चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने खुलासा किया है कि मैं पहले वसीम अकरम की तरह तेज गेंदबाज बनना चाहता था और उनकी तरह गेंदबाजी करना चाहता था.
2/8
कुलदीप यादव ने बताया कि मेरी गेंद भी स्विंग करती थी. फिर एक दिन कोच ने मुझसे कहा कि तुम तेज गेंदबाजी नहीं करोगे, अगर स्पिन गेंद डालनी है, तो डालो.
कुलदीप यादव ने बताया कि उस समय मैं 11 साल का था और कोच को लगा कि मैं इतना कमजोर हूं कि शायद भविष्य में इतना भार नहीं उठा पाऊं.
Advertisement
4/8
कुलदीप ने कहा, 'फिर मैंने कोच की सलाह पर स्पिन गेंद डाली और मैं लकी था कि मैंने चाइनामैन गेंद डाली थी. मुझे भी नहीं पता था कि चाइनामैन गेंदबाजी क्या होती है. मैंने राउंड द विकेट लेग स्पिन डाली. कोच को लगा यह नई चीज है.'
5/8
कुलदीप ने कहा, 'एक-दो गेंद बाद कोच ने मुझसे और गेंद डलवाई और कहा आज से तुम ऐसे ही गेंद डालोगे. फिर मुझे एहसास हुआ कि यह अलग तरह की गेंदबाजी है.'
6/8
कुलदीप यादव ने बचपन के कोच कपिल पांडे को बताया कि मैं वसीम अकरम बनना चाहता था, लेकिन कोच ने कहा तुम कभी नहीं बन सकते. यह सुनकर कुलदीप निराश हुए और बोले मैं भी गेंद को स्विंग कराता हूं फिर क्यों नहीं.
7/8
कुलदीप यादव और उनके बचपन के कोच कपिल पांडे 'क्रिक बज' के शो में बातचीत कर रहे थे. कुलदीप के कोच ने कहा कि तुम्हारा शरीर वसीम अकरम या किसी तेज गेंदबाज जितना ताकतवर नहीं है इसलिए यह तुम्हारे लिए मुमकिन नहीं है. इसके बाद कोच ने उन्हें स्पिन बॉलिंग का टेस्ट देने को कहा तो कुलदीप चाइनामैन बॉल फेंक रहे थे.
8/8
कुलदीप यादव के बचपन के कोच कपिल पांडे ने कहा यह देखकर मुझे लगा कि कुलदीप एक दिन इंडिया के लिए जरूर खेलेगा, क्योंकि चाइनामैन बहुत दुर्लभ वैरिएशन होती है.