2008 बीजिंग ओलंपिक में शूटिंग इवेंट में मिला था भारत को पहला गोल्ड. लंदन ओलंपिक में भी इस इवेंट से भारतीय प्रशंसकों को कई मेडलों की उम्मीद है. अरबों भारतीयों को यही उम्मीद है कि अभिनव बिंद्रा एक बार फिर इतिहास दोहराएंगे और 10 मीटर एयर राइफल प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल करेंगे.
शूटिंग प्रतिस्पर्धा में अभिनव बिंद्रा के अलावा गगन नारंग से भी खासी उम्मीदें हैं. हाल के दिनों में नारंग का फॉर्म शानदार रहा है जिसके गवाह हैं 2010 राष्ट्रमंडल खेल और 2010 एशियन गेम्स. लंदन में भी उनसे पदक की उम्मीदें है.
शूटिंग के डबल ट्रेप इवेंट में रोंजन सिंह सोढ़ी से भी खासी उम्मीदें हैं. वर्ल्ड रिकॉर्ड धारक रोंजन सिंह सोढ़ी पर है पदक का दारोमदार.
शूटिंग इवेंट में कई अन्य खिलाड़ी है जिन पर टिकी हैं उम्मीदें: संजीव राजपूत (men's 50m rifle 3 position), जॉयदीप करमाकर (men's 50m rifle prone), विजय कुमार (men's 25m rapid fire pistol), मानवजीत सिंह संधू (men's trap), राही सरनोबत और हीना संधू (women's 25m pistol), अनुराज सिंह (women's 10m air pistol), शगुण चौधरी (women's trap).
भारतीय मुक्केबाजी के लिए यह साल शानदार रहा है. 2012 लंदन ओलंपिक के लिए रिकॉर्ड 8 मुक्केबाजों ने क्वालिफाई किया है. मुक्केबाजों की टीम में सबसे ज्यादा उम्मीदें विजेंदर सिंह (75 किलोग्राम) पर टिकी हैं. गौरतलब है कि विजेंदर ने बीजिंग ओलंपिक में रजत पदक हासिल किया था.
लंदन ओलंपिक में पहली बार महिला मुक्केबाजी को शामिल किया गया है. और इस प्रतिस्पर्धा में भारत की नंबर वन मुक्केबाज मैरी कोम पर सबकी निगाहें टिकीं है. भले ही बढ़ती उम्र उनके साथ न हो पर आज भी वे पदक जीतने का माद्दा रखती हैं.
भारतीय मुक्केबाजी टीम की सबसे अच्छी बात है उम्र. लंदन ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले ज्यादा बॉक्सर युवा है. एल देवेंद्रो सिंह, शिव थापा, जय भगवान, विकास कृष्णन यादव, सुमित सागवान लंदन में अपनी ताकत दिखाने के लिए उत्सुक हैं. इस दौरान भारत की झोली में और पदक आ सकते हैं.
बीजिंग ओलंपिक में कुश्ती प्रतिस्पर्धा से भी एक मेडल भारत के हिस्से आया था. लंदन ओलंपिक में भी कुछ ऐसी ही उम्मीदें हैं. देश की उम्मीदें टिकीं हैं सुशील कुमार (66 किलोग्राम फ्रीस्टाइल) पर.
लंदन ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले अन्य मुक्केबाज हैं...अमित कुमार (55 किलोग्राम), योगेश्वर दत्त (60 किलोग्राम), नरसिंह पंचम यादव (74 किलोग्राम), गीता फूगट (55 किलोग्राम).
बैडमिंटन एक और प्रतिस्पर्धा है जिससे मेडल की उम्मीदें की जा सकती हैं. इस प्रतिस्पर्धा में सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं सायना नेहवाल से. सायना बीजिंग ओलंपिक के प्रदर्शन को भूल कर इस बार पदक जीतना चाहेंगी.
बैडमिंटन प्रतिस्पर्धा में कई अन्य खिलाड़ियों ने भी क्वालिफाई किया हैः ज्वाला गुट्टा और वी डीजू, ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा, पी कश्यप.
टेनिस प्रतिस्पर्धा में महेश भूपति और रोहन बोपन्ना के अलावा लिएंडर पेस और सानिया मिर्जा की जोड़ी से उम्मीदें हैं.
बीजिंग ओलंपिक में क्वालिफाई करने में नाकाम रही भारतीय हॉकी टीम से भी लंदन ओलंपिक में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है.
2012 लंदन ओलंपिक के लिए 4 तीरंदाजों ने क्वालिफाई किया है. तीरंदाजी प्रतिस्पर्धा में सबसे ज्यादा उम्मीदें दीपिका कुमार टिकी हैं.
लंदन ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले अन्य तीरंदाज हैं: एल बॉमबायला देवी, चेक्रोवोलू स्वूरो और जयंत तालुकदार.
एथलेटिक्स इवेंट में मेडल हासिल कर पाना भारतीय खिलाड़ियों के आसान नहीं होगा. हालांकि कृष्णा पूनिया और सीमा अंतिल चक्का फेंक इवेंट में मेडल झटक सकती हैं.
चक्का फेंक इवेंट के पुरुष केटेगरी में विकास गौड़ा पर सबकी निगाहें टिकी हैं. वहीं ओम प्रकाश करहाना से गोला फेंक इवेंट में पदक की उम्मीदें हैं.
ट्रैक एंड फील्ड इवेंट के लिए क्वालिफाई करने वाले अन्य खिलाड़ी हैं: टींटू लूका (women's 800 m); रंजीत माहेश्वरी (men's triple jump); मायूखा जॉनी (women's triple jump); गुरमीत सिंह, बलजिंदर सिंह, इरफान कोलूथूम थोरी (all men's 20 km race walk); बसंत बहादुर राणा और संदीप कुमार (men's 50 km race walk); राम सिंह यादव (men's marathon)
भारोत्तोलन प्रतिस्पर्धा में भारत का प्रतिनिध्व करेंगे कटुलु रवि कुमार (69 किलोग्राम) और नगांगबम सोनिया चानू (महिला 48 किलोग्राम).
लंदन ओलंपिक खेलों में जूडो इवेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी गरिमा चौधरी.
तैराकी प्रतिस्पर्धा में वीरधवल खरे, संदीप सेजवाल, एरॉन डी सूजा, सौरभ सांगवेकर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.
टेबल टेनिस प्रतिस्पर्धा में भारत के दो खिलाड़ियों को जगह मिली है. सोम्यजीत घोष और अंकिता दास इस इवेंट में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे.