शमी ने कहा, 'लेकिन मेरा परिवार मेरे साथ था और इससे बड़ी ताकत कुछ नहीं हो सकती. वे लोग मुझसे कह रहे थे कि हर समस्या का समाधान होता है और सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दो. जिस चीज में तुम अच्छे हो उसमें खो जाओ. इसलिए मैंने सबकुछ खो दिया. मैं नेट्स में गेंदबाजी कर रहा था. मैं रनिंग एक्सरसाइज कर रहा था. मुझे नहीं पता था कि मैं क्या कर रहा था. मैं दबाव में था.'