पहले दो टेस्ट में आसान जीत के बाद पहले ही श्रृंखला अपने नाम कर चुका भारत वानखेड़े स्टेडियम में शुरू हो रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ क्लीनस्वीप के इरादे से उतरेगा.
इस बीच सभी की नजरें एक बार फिर सचिन तेंदुलकर पर टिकी होंगी जो अंतरराष्ट्रीय शतकों का शतक पूरा करने से सिर्फ एक कदम दूर हैं. पहले दो टेस्ट में यह मौका गंवाने के बाद तेंदुलकर अपने घरेलू मैदान पर यह उपलब्धि हासिल करना चाहेंगे.
नागपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप के दौरान 12 मार्च को 99वां शतक जड़ने के बाद से तेंदुलकर को इस उपलब्धि का इंतजार है.
दूसरी तरफ अगर वेस्टइंडीज को अंतिम टेस्ट जीतकर पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला से पहले मनोबल बढ़ाना है तो उसे खेल के हर विभाग में अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा.
मेहमान टीम के बल्लेबाजों ने कोलकाता में दूसरे टेस्ट में अपनी दूसरी पारी के दौरान अपनी क्षमता का नजारा पेश किया था और पहली पारी में बेहद लचर प्रदर्शन के बावजूद पारी की हार को लगभग टाल दिया था.
डेरेन ब्रावो :136: और मार्लन सैमुअल्स :84: ने प्रज्ञान ओझा और आर अश्विन की स्पिन जोड़ी के खिलाफ जिस तरह की बल्लेबाजी की उससे मेहमान टीम का मनोबल बढ़ा होगा.
एड्रियन बराथ और किर्क एडवर्डस भी अर्धशतक जमाने में सफल रहे थे जिससे वेस्टइंडीज को अंतिम टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी.
अनुभवी बल्लेबाज शिवनरायण चंद्रपाल ने पिंडली की चोट के कारण कल अभ्यास सत्र में हिस्सा नहीं लिया था. उनके हालांकि कल मैच में खेलने की संभावना है.
चंद्रपाल टीम के अहम बल्लेबाज हैं और भारतीय पिचों पर देर से शाट खेलने की उनकी क्षमता उन्हें और अधिक महत्वपूर्ण बनाती है. इसके अलावा उन्होंने भारत के खिलाफ 23 मैचों में 65 से अधिक के औसत से 2000 से अधिक रन बटोरे हैं.
दिल्ली में पहले टेस्ट में 118 रन बनाने के अलावा वह श्रृंखला में दो बार 47..47 रन की पारी भी खेल चुके हैं.