क्रिकेट के महानतम स्पिनरों में शुमार रहे श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन ने 10 साल पहले आज ही के दिन एक ऐसा कारनामा किया था, जो इतिहास में दर्ज हो गया. 22 जुलाई 2010 को गॉल टेस्ट के आखिरी दिन भारत के प्रज्ञान ओझा को आउट करते ही मुरलीधरन ने टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट पूरे किए और खेल के लंबे फॉर्मेट से संन्यास भी ले लिया.