टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में दूसरे दिन के खेल की समाप्ति तक भारत ने अपनी पहली पारी में 2 विकेट खोकर 61 रन बना लिए. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक गौतम गंभीर 30 रन और सचिन तेंदुलकर 12 रन बना चुके थे. इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी पहली पारी 604 रन पर घोषित की.
इससे पहले पोंटिंग और क्लार्क की जोड़ी ने भारतीय गेंदबाजों को तीन सत्र से भी अधिक समय तक विकेट से महरूम रखा. पोंटिंग ने अपनी पारी में 404 गेंद का सामना करते हुए 21 चौके जड़े जबकि क्लार्क ने अपनी प्रवाहमय पारी में 275 गेंद खेलते हुए 26 चौके और एक छक्का मारा.
आस्ट्रेलिया की इस अनुभवी जोड़ी की यह साझेदारी इस मैदान पर रिकार्ड है. इससे पहले यहां दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम पोलाक और एडी बारलो ने 1963-64 श्रृंखला में तीसरे विकेट के लिए 341 रन जोड़े थे. यह जोड़ी हालांकि चौथे विकेट के आस्ट्रेलियाई रिकार्ड को तोड़ने से चूक गई जो सर डान ब्रैडमैन और बिल पोन्सफोर्ड के नाम है, जिन्होंने 1934 में हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ 388 रन जुटाए थे.
पोंटिंग नेयादव की गेंद को स्क्वायर लेग पर पुल करके चार रन के लिए भेजकर 357 गेंद में अपने कैरियर का छठा और भारत के खिलाफ तीसरा दोहरा शतक पूरा किया.
आस्ट्रेलिया ने तीन विकेट पर 335 रन से आगे खेलना शुरू किया और जहीर खान तथा इशांत शर्मा की गेंदबाजी जोड़ी के खिलाफ सात रन प्रति ओवर से अधिक की दर से रन जुटाए.
क्लार्क लंच के बाद दूसरे सत्र की तीसरी गेंद पर ही पवेलियन लौट गये. उमेश यादव की अंदर की ओर आती गेंद उनके पैड से टकराकर विकेटों में समा गई.
पोंटिंग 186 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब इशांत ने अपनी ही गेंद पर उनका कैच छोड़ दिया.
आस्ट्रेलिया ने तीन विकेट पर 335 रन से आगे खेलना शुरू किया और जहीर खान तथा इशांत शर्मा की गेंदबाजी जोड़ी के खिलाफ सात रन प्रति ओवर से अधिक की दर से रन जुटाए.
पोंटिंग ने भी सिडनी में शतक जमाया था और अपने कैरियर का छठा और भारत के खिलाफ तीसरा शतक पूरा किया.
क्लार्क के लिए यह श्रृंखला काफी अच्छी रही है और सिडनी में इस महीने की शुरुआत में नाबाद 329 रन के बाद यह उनकी दूसरी बड़ी पारी है.