भारत में जब घड़ी की सुई रात में एक बजकर 30 मिनट पर पहुंची तब बेहद भव्य, आकर्षक और रंगारंग कार्यक्रमों के साथ 30वें ओलंपिक खेल शुरू हो गये.
लंदन में बेहद भव्य, आकर्षक और रंगारंग कार्यक्रमों के साथ 30वें ओलंपिक खेल शुरू हो गये.
इस खेल महाकुंभ में 205 देशों के लगभग 10,500 खिलाड़ी अपना सपना साकार करने की कोशिश करेंगे.
इन ओलंपिक खेल 81 भारतीय भी शामिल हैं जिन पर एक अरब 20 करोड़ लोगों की निगाहें टिकी हैं.
यह तीसरा मौका है जबकि लंदन में दुनिया के सबसे बड़े खेल मेले के लिये खिलाड़ियों का जमावड़ा जुटा है.
इससे पहले 1908 और 1948 में भी लंदन ओलंपिक की मेजबानी कर चुका है.
सत्रह दिन तक चलने वाले खेल महोत्सव की शुरुआत स्टेडियम में लगे बड़े घंटे के बजने के साथ स्थानीय समयानुसार रात नौ बजे (भारतीय समयानुसार रात एक बजकर 30 मिनट) पर हुई.
मुंबई की झुग्गियों को केंद्र में रखकर ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ जैसी आस्कर विजेता फिल्म बनाने वाले डैनी बोएल के निर्देशन में स्टेडियम को उनके विजन ‘हरित और खुशनुमा धरती’ के आधार पर तैयार किया गया था.
उदघाटन समारोह में ब्रिटेन की कला संस्कृति को आधुनिक अंदाज में पेश किया गया.
गायों, घोड़ों, भेड़ों से जुड़े ग्रामीण परिवेश से लेकर कृत्रिम बादलों की अत्याधुनिक तकनीक भी देखने को मिली.
चार साल पहले बीजिंग ने अपने भव्य उदघाटन समारोह से दुनिया भर के लोगों की आंखे चौंधिया दी थी और अब लंदन ने भी खुद को साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
उदघाटन समारोह का नाम ‘आयल्स आफ वंडर’ रखा गया था तथा इसे स्टेडियम में मौजूद 80 हजार दर्शकों ने देखा.
खचाखच भरे स्टेडियम में शाही परिवार के अलावा कई देशों के प्रमुख और दिग्गज हस्तियां 80 हजार दर्शकों में शामिल थे.
इसके बाद 15 मिनट तक दुनिया भर में औद्योगिक और सामाजिक क्रांति में ब्रिटेन की भूमिका को रोचक अंदाज में दिखाया गया. इस बीच लगभग 1000 ड्रम वादक माहौल में रस घोलते रहे.
टीमों का मार्चपास्ट हमेशा की तरह ग्रीस से शुरू हुई.
ओलंपिक उद्घाटन समारोह में भारत और इंग्लैंड का फ्यूजन डांस देखने को मिला.
ग्रीस के बाद अर्जेंटीना के खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट किया.
ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवाओं को बड़े खूबसूरत अंदाज में पेश किया गया. इसमें बच्चों का बड़ा समूह था और यह कुछ हद तक हैरी पॉटर की कहानी से प्रभावित भी दिखा.
इससे पहले 1908 और 1948 में भी लंदन ओलंपिक की मेजबानी कर चुका है.
बच्चों के चहेते हास्य कलाकार मिस्टर बीन यानि रोवन एटकिन्सन ने हरकतों से खूब हंसाया.
15 मिनट तक दुनिया भर में औद्योगिक और सामाजिक क्रांति में ब्रिटेन की भूमिका को रोचक अंदाज में दिखाया गया.
इस फिल्म के समाप्त होते हुए महारानी दर्शकों के सामने अवतरित हुई. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष जाक रोगे ने उनका स्वागत किया. इसके बाद यूनाइटेड किंगडम का राष्ट्रगान बजाया गया.
इसके लिये पहले से ही फिल्म तैयार की गयी थी जिसमें डेनियल क्रेग यानि जेम्स बॉंड बकिंघम पैलेस में जाते हैं और महारानी को लेकर हेलीकाप्टर से लंदन के उपर के कुछ खास स्थलों से गुजरकर उन्हें पैराशूट के जरिये स्टेडियम में उतारते हैं.
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का स्टेडियम में प्रवेश बड़े ही रोमांचक तरीके से पेश किया.
उद्घाटन समारोह की शुरुआत में क्रिकेट की झलक देखने को मिली.
इस हिस्से का एक आकर्षण अग्निचक्र और ओलंपिक के पांच चक्रों का धुएं के साथ जमीन से उपर उठना रहा.
बच्चों के चहेते हास्य कलाकार मिस्टर बीन यानि रोवन एटकिन्सन ने हरकतों से खूब हंसाया.
खचाखच भरे स्टेडियम में शाही परिवार के अलावा कई देशों के प्रमुख और दिग्गज हस्तियां 80 हजार दर्शकों में शामिल थे.
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का स्टेडियम में प्रवेश बड़े ही रोमांचक तरीके से पेश किया.
ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवाओं को बड़े खूबसूरत अंदाज में पेश किया गया. इसमें बच्चों का बड़ा समूह था और यह कुछ हद तक हैरी पॉटर की कहानी से प्रभावित भी दिखा.
उद्घाटन समारोह की मनमोहक झलक.
हवा में करतब दिखाते हुए कलाकार.
Bird's Eye View. इसे कहते हैं विहंगम दृश्य.
इंग्लैंड में हर दशकों में आए बदलाव को डांस के जरिए पेश करते हुए कलाकार.