सलामी बल्लेबाज एलिस्टेयर कुक के दूसरे दोहरे की शतक की तरफ मजबूती से बढ़ते कदमों से इंग्लैंड ने तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन ही 232 रन की बढ़त हासिल करके भारत को बैकफुट पर बिठा दिया.
कुक ने एजबस्टन में दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक 182 रन बनाये हैं जिससे इंग्लैंड तीन विकेट पर 456 रन बनाकर पहली पारी में विशाल बढ़त हासिल करने की स्थिति में पहुंच गया. कुक ने अपनी पारी में 339 गेंद खेलकर 26 चौके लगाये हैं.
श्रृंखला में 0-2 से पीछे चलने के कारण नंबर एक ताज गंवाने की कगार पर खड़े भारत के लिये दूसरा दिन भी भयावह रहा. प्रवीण कुमार भारत के एकमात्र गेंदबाज हैं जिन्होंने अबतक इस मैच में प्रभाव छोड़ा है. उन्होंने बल्लेबाजों को परेशान किया तथा बेल और पीटरसन को पवेलियन भेजा.
मैच के दौरान इशांत शर्मा और पीटरसन आपस में कुछ बातचीत करते हुए.
पीटरसन ने अपनी पारी में 78 गेंद खेली तथा नौ चौके और एक छक्का लगाया.
महेंद्र सिंह धोनी ने इशांत को नई गेंद सौंपी लेकिन पीटरसन ने उनके ओवर में तीन चौके जड़कर उन्हें आक्रमण से हटवा दिया. चाय के विश्राम के बाद पीटरसन पूरी तरह से हावी रहे.
इंग्लैड के खिलाफ खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपील करते भारतीय गेंदबाज प्रवीण कुमार.
भारत को पहली सफलता लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने दिलायी लेकिन तेज गेंदबाजों में केवल प्रवीण कुमार ही प्रभाव छोड़ पाये.
श्रीसंत की गेंद पर भारत ने उनके खिलाफ विकेट के पीछे कैच के लिये डीआरएस का सहारा भी लिया लेकिन गेंद तब उनके बल्ले नहीं पैड से लगकर गयी थी और अंपायर साइमन टफेल का फैसला ही सही साबित हुआ. आखिर में बेल वाली कहानी दोहरायी गयी और जो विकेट श्रीसंत को नहीं मिला उसे प्रवीण ने अपने नाम लिखवाया.
पीटरसन बेपरवाह होकर आगे बढ़कर शाट जमा रहे थे लेकिन प्रवीण की सीधी गेंद पर वह चूक गये और पगबाधा की जोरदार अपील पर अंपायर स्टीव डेविस की उंगली उठ गयी. पीटरसन ने अपनी पारी में 78 गेंद खेली तथा नौ चौके और एक छक्का लगाया.
पहले दो टेस्ट मैच में केवल 20 रन बनाने वाले कुक शुरू में सतर्कता दिखाने के बाद अच्छी लय में दिखे. उन्होंने प्रवीण की गेंद पर एक रन लेकर अपना 19वां शतक पूरा किया. इसके लिये उन्होंने 213 गेंद खेली और 14 चौके लगाये.
प्रवीण ने बल्लेबाजों को परेशान किया तथा बेल और पीटरसन को पवेलियन भेजा.
बल्लेबाज मोर्गन ने जब प्रवीण पर दो चौके लगाये तो धोनी ने सुरेश रैना को गेंद थमा दी जिन्होंने इस बीच केवल 17 ओवर पुरानी गेंद से लगातार चार ओवर किये. इस बीच दूसरे छोर पर गेंदबाजी का जिम्मा संभाल रहे इशांत की गेंद पर श्रीसंत ने मोर्गन का कैच भी छोड़ा जो तब 17 रन पर खेल रहे थे.
भारत के खिलाफ बर्मिंघम में चल रहे तीसरे टेस्ट की पहली पारी में इंग्लैंड के एलिस्टर कुक ने शानदार 182 रन बनाये और दिन का खेल खत्म होने तक आउट नहीं हुए.
भारत ने इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान अब तक तीन कैच टपका दिये हैं. इसमें एक कैच राहुल द्रविड़ ने भी छोड़ा है. उन्होंने मार्गेन का आसान कैच स्लिप में टपकाया.
कुक ने इयान बेल (34) के साथ 66 रन और केविन पीटरसन (63) के साथ 122 रन की साझेदारियां की जबकि मोर्गन के साथ वह अभी तक 82 रन जोड़ चुके हैं.
भारत को आखिर में 56वें ओवर की आखिरी गेंद पर वह बहुप्रतीक्षित सफलता मिली जिसकी उसे पहले दिन शाम से तलाश थी. मिश्रा की गेंद पर स्ट्रास ने स्वीप करने का प्रयास किया लेकिन इस चक्कर में वह अपना लेग स्टंप खाली छोड़ गये. गेंद उनको गच्चा देकर लेग स्टंप पर लगी और भारतीयों को भी इसका पता कुछ देर से चला. बाद में टीवी रीप्ले से लग रहा था कि मिश्रा का अगला पांव क्रीज से आगे पड़ा था और यह नोबाल थी लेकिन तब तक स्ट्रास पवेलियन लौट चुके थे. उन्होंने अपनी पारी में 176 गेंद खेली तथा 13 चौके लगाये. वह पिछली 14 पारियों से शतक नहीं लगा पाये हैं.
स्ट्रास (87) शतक से चूक गये लेकिन कुक और उनके बीच पहले विकेट के लिये 186 रन की साझेदारी ने इंग्लैंड के लिये मजबूत आधार रखा.
महेंद्र सिंह धोनी ने इशांत को नई गेंद सौंपी लेकिन पीटरसन ने उनके ओवर में तीन चौके जड़कर उन्हें आक्रमण से हटवा दिया. चाय के विश्राम के बाद पीटरसन पूरी तरह से हावी रहे.
तीसरे टेस्ट में श्रीसंत भी प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे हैं. उन्होंने अबतक 100 से अधिक रन लुटा दिये हैं और उन्हें एक विकेट तक नहीं मिला.
इशांत शर्मा को पहली पारी में अब तक कोई सफलता नहीं मिली है.