2004 में अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत करने वाले धोनी किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. टी-20 वर्ल्ड के बाद वर्ल्ड कप जीतकर धोनी आज भारतीय खेल के सबसे बड़े स्टार के रूप में उभरे हैं. धोनी वो शख्सियत हैं जिन्होंने अपने खेल और निर्णय के बदौलत टीम और अपने लिए बुलंदी की नई इबारत लिखी है. तस्वीरों के जरिए धोनी के जीवन पर नजर डालिए.
धोनी के बालों के तीन रूप.
मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के सामने फोटो खिंचवाते धोनी.
2004 में अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत करने वाले धोनी अब किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. धोनी वो शख्सियत हैं जिन्होंने अपने खेल और निर्णय के बदौलत टीम और अपने लिए बुलंदी की नई इबारत लिखी है. तस्वीरों के जरिए धोनी के जीवन पर नजर डालिए.
भारतीय क्रिकेटर तथा भारतीय क्रिकेट दल के वर्त्तमान कप्तान धोनी अपने खेल, अपने पहनावे यहां तक कंपनियों के साथ करार के लिए जाने जाते हैं.
शुरुआत में एक असाधारण उज्जवल व आक्रामक बल्लेबाज़ के नाम से जाने गए धोनी धीरे-धीरे भारतीय वनडे के सबसे चर्चित कत्पानों मे से जाने जाते है.
उनकी कप्तानी के दौरान भारत ने 2007 आईसीसी वर्ल्ड ट्वेंटी ट्वेंटी,2007-2008के सीबी सीरीज़ और बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी, जिसमे भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2-0 में हराया प्रमुख मैच जीते.
उन्होंने भारतीय टीम को श्रीलंका और न्यूजीलैंड में पहली अतिरिक्त ओ दी आई सीरीज़ जीत दिलाई. धोनी ने कई सम्मान भी प्राप्त किए है.
2008 में आईसीसी वनडे प्लेयर ऑफ़ थे इयर अवार्ड (प्रथम भारतीय खिलाडी जिन्हें ये सम्मान मिला) राजीव गाँधी खेल रत्नापुरस्कार और 2009 में भारत के चौथे सर्वोच्चा नागरिक सम्मान, पद्मश्री पुरस्कार. वर्त्तमान में आईसीसी के रंकिंग में वि धोनी एक दिवशिया बल्लेबाजों में सबसे ऊपर है.
साथ ही 2009 में विस्देन के सर्वप्रथम ड्रीम टेस्ट 11 टीम में धोनी को स्किप्पर का दर्जा दिया गया.
धोनी एक आक्रामक सीधे हाथ के बल्लेबाज और विकेट-कीपर हैं.धोनी उन विक्केत्कीपेरो में से है जिन्होंने जूनियर व भारत के 'ए' क्रिकेट टीम से चल के राष्ट्रीय दल में प्रतिनिधित्वा किए.पार्थिव पटेल,अजय रातरा और दिनेश कार्तिक उन्ही के दिखाए हुए रस्ते पे चले.
धोनी, जो अपने दोस्तों में 'माही' के नाम से जाने जाते हैं, बिहार क्रिकेट टीममें 1998/99 के दौरान अपना योगदान दिया और भारत-ए टीम के 2004 में हुए केन्या दौरे का प्रतिनिधित्व करने के लिए चयनित हुए.
त्रिदेशीय श्रृंखला में पाकिस्तान-ए टीम के खिलाफ धोनी ने गौतम गंभीर के साथ मिलकर कई सेंचुरी बनाये और उस साल के अंत में भारतीय राष्ट्रीय टीम में चयनित हुए.
महेंद्र सिंह धोनी 2008 में चेन्नई में एक मैच के दौरान एक दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज स्टंप.धोनी ज्यादा तैर बेक फ़ुट में खेलने के लिए और मज़बूत बॉटम हैण्ड ग्रिप होने के वजय से जाने जाते है.
वे बहुत तेज़ गति खेलते है जिसके कारन गेंद अक्सर मैदान छोड़ जाते है. उनके प्रारंभिक मुद्रा में ज्यादा संचार नही दिखती जैसे गेंद का पीछा करना.
उनके शैली में गेंद का पिच में न आना और इनसाइड एजिंग ज्यादा दिखती है.
2005 में अपने पाँचवे एक दिवसीय मैचमें पाकिस्तानके खिलाफ धोनी ने 148 रन बनाये- ये किसी भारतीय विकेट-कीपर के द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर है.
उस साल के अंत में, श्रीलंका के खिलाफ 183* रन बना कर उसने ना सिर्फ़ ख़ुद का बनाया रिकॉर्ड तोडा बल्कि एक दिवसीय मैचो की दूसरी पारी में बनने वाला अब तक सबसे बड़ा रिकॉर्ड भी कायम किया.
सीमित ओवरों प्रारूप में धोनी की सफलता उन्हें टेस्ट टीम में स्थान कर दिया. 2005/06 के अंत में हुए एक दिवसीय क्रिकेट में अपने अनुकूल प्रदर्शन से धोनी को आईसीसी एक दिवसीय रेटिंग में नम्बर 1 बल्लेबाज के रूप में देखा गया.
धोनी का फॉर्म गिरता रहा जब 2006 में भारत आईसीसी चैम्पियन ट्राफी, डीएलऍफ़ कप और द्विपक्षीय श्रृंखला में वेस्ट इंडीज एवं दक्षिणी अफ्रीका के खिलाफ मैच हार गया.
2007 की शुरुआत में दक्षिणी अफ्रीका एवं वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ धोनी के फॉर्म में वापस आने की बात तब ग़लत साबित हो गई जब भारत 2007 क्रिकेट वर्ल्ड कपमें पहले ही राउंड में बाहर हो गया.
वर्ल्ड कप के बाद, धोनी ने द्विपक्षीय एकदिवसीय टूर्नामेंट में बंगलादेश के खिलाफ मैन ऑफ़ दा सीरीज़ अवार्ड जीता.
इंग्लैंड दौरे के लिए धोनी को एक दिवसीय टीम का उप-कप्तान बनाया गया.
अच्छे बल्लेबाज़ के रूप में धोनी ने अपनी लड़ाकू शैली को नियंत्रण करने की समझदारी दिखाई और जिम्मेदार इनिंग्स खेले.चिरपरिचत शैली को छोड़ धोनी ने दो अनोखे और असरदार क्रिकेट स्ट्रोक अपनाए.
भारतीय क्रिकेट टीम मे अपने प्रवेश से आज तक, धोनी की आक्रामक बल्लेबाजी की शैली, क्षेत्र पर सफलता, व्यक्तित्व, और लंबे बालों ने उसे भारत में सबसे ज्यादा बिक्री योग्य क्रिकेटरों में से एक बना दिया है.
धोनी को चेन्नई सुपर किंग्सने 1.5 मिलियन अमरीकी डालर के लिए अनुबंधित किया गया जिस कारन आइ पि एल पहले सीज़न के नीलामी में वे सबसे मंहगे खिलाडी बने रहे जिसके बाद एंड्र्यू साइमंडस का स्थान रहा.
धोनी चेन्नई सुपर किंग्सटीम का वर्त्तमान कप्तान है.
31 अक्तूबर 2005 को सवाई मानसिंह स्टेडियम, जयपुर मे धोनी श्रीलंका के खिलाफ 183 * रन सिर्फ 145 गेंदों में बनाए. इस एक पारी से ही धोनी ने कई रिकार्ड अपने नाम कर लिए.
वनडे क्रिकेट की दूसरी पारी में 183 रनों का स्कोर सबसे अधिक है(इससे पहले 153 रनों का रिकॉर्ड लारा का है). इस सत्र के दौरान ऑस्ट्रेलिया-साउथ अफ्रीका 2006 मैच में गिब्स 175 रन बनाकर इस रिकॉर्ड के काफ़ी पास आ गए थे.
इस पारी में धोनी ने 10 छक्के लगाए, एक पारी में किसी भारतीय द्वारा सबसे ज्यादा, और वनडे क्रिकेट में दूसरा (सर्वोच्च रिकॉर्ड 11 छक्कों का सनथ जयसूर्या और शाहिद अफरीदी के नाम है).
उसने एक विकेट-कीपर द्वारा बनाए एडम गिलक्रिस्ट के 172 रनों के सर्वोच्च रिकॉर्ड को तोड़ दिया.
सईद अनवर के बाउंड्री से बनाए गए सर्वाधिक रन के रिकार्ड को भी तोड़ दिया. धोनी ने अपनी 183 रन की पारी में 15 चौके और 10 छक्के लगाकर ही 120 रन बाउंड्री से बनाए थे.
बाद में गिब्स ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 175 रन की पारी में 21 चौके और और 7 छक्के लगाकर वह रिकार्ड तोड़ दिया. गिब्स ने बाउंड्री से 126 रन जोड़े थे.
उसी मैच में, कुमार संगाकारा ने भी शतक बनाया, और वो पहला मैच बना जिसमे दोनों विकेटकीपरों ने शतक बनाया.
धोनी के 183 रनों ने, एकदिवसीय क्रिकेट में गांगुली के 1999 क्रिकेट विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ उच्चतम स्कोर के रिकार्ड की बराबरी कर ली.
इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में 2 सितंबर2007 को धोनी ने एक पारी में में सबसे ज्यादा खिलाडियों को आउट कर रिकॉर्ड बनाया.
4000 रन ओर 100 खिलाडियों को आउट करने के रिकार्ड में वह सबसे युवा विकेटकीपर बल्लेबाज हैं.(27 वर्ष और 208 दिन). इससे पहले इस तरह के कारनामा कुमार संगाकारा ने बनाया था.(28 वर्ष और 247 दिवस.).
फैसलाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ धोनी की पहला शतक (148) किसी भी भारतीय विकेट कीपर द्वारा स्कोर किया गया सबसे तेज शतक है.
धोनी की कप्तानी के अंतर्गत खेले 7 टेस्ट मैच में टीम भारत ने पॉँच मैच जीते और दो में बराबर किए, तथा उनके जीत का औसत 71.42 प्रतिशत बना रहा.
वर्ल्ड कप ट्रॉफी को पकड़ते कप्तान धोनी.
अपनी पत्नी साक्षी के साथ कप्तान धोनी.
प्रशंसकों को ऑटोग्राफ देते धोनी.