बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच में भी टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा. एक समय ऑस्ट्रेलियाई टीम बैकफुट पर थी लेकिन उसने शानदार वापसी करते हुए मैच चौथे दिन ही चार विकेट से जीत लिया. इस तरह से टीम इंडिया सीरीज में 0-2 से पिछड़ गई है. कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस हार के लिए बल्लेबाजों को जिम्मेदार ठहराया.
मिशेल मार्श ने चौका जड़कर ऑस्ट्रेलियाई टीम को जीत दिलाई. इस दौरान क्रीज पर उनके साथ मिशेल जॉनसन मौजूद थे. दोनों ने जीत का जश्न कुछ इस अंदाज में मनाया. जॉनसन को भले ही पहली पारी में कोई विकेट ना मिला हो लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने 4 विकेट झटके इसके अलावा पहली पारी में बल्लेबाजी के दौरान 88 रन बनाकर उन्होंने अपनी टीम को मुश्किलों से उबारा और मेजबानों को बैकफुट से फ्रंटफुट पर ले आए.
ईशांत शर्मा ने इस मैच में बढ़िया गेंदबाजी की. यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर भारत ने दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया को 250 के करीब लक्ष्य दिया होता तो मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था. ईशांत ने दोनों पारियों में तीन तीन विकेट झटके.
उमेश यादव ने पहली पारी में तीन जबकि दूसरी पारी में दो विकेट झटके. दूसरी पारी में उन्होंने शॉन मार्श और ब्रैड हैडिन को पवेलियन का रास्ता दिखाया.
पहली पारी में 24 रन बनाकर आउट हुए शिखर धवन मैच के चौथे दिन 26 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हो गए, लेकिन टीम जब मुश्किलों में घिरी तो चोट के बावजूद वो बल्लेबाजी के लिए उतरे और 81 रनों की साहसिक पारी भी खेली.
एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की जीत के हीरो रहे नाथन लियोन ने ब्रिस्बेन टेस्ट में कुल पांच विकेट झटके. दूसरी पारी में लियोन ने शिखर धवन और वरुण एरोन को आउट किया.
मिशेल जॉनसन ने दूसरी पारी में टीम इंडिया के बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया. जॉनसन ने विराट कोहली, रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे को आउट कर भारत को हार की ओर ढकेला.
चेतेश्वर पुजारा ने क्रीज पर 161 मिनट का समय बिताया और 93 गेंदों का सामना किया. उन्होंने 43 रन की पारी खेली लेकिन टीम को बड़ी बढ़त नहीं दिला सके.
टीम इंडिया के कैप्टन कूल एम एस धोनी से बड़ी उम्मीदे थीं लेकिन वो बिना खाता खोले ही जोश हेजलवुड का शिकार बन गए.
विराट कोहली ब्रिस्बेन टेस्ट की दोनों पारियों में कुछ खास नहीं कर सके. पहली पारी में 19 रन पर आउट होने वाले कोहली दूसरी पारी में एक रन पर ही जॉनसन का शिकार बन गए.