सचिन तेंदुलकर 15 नवंबर, 2009 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने करियर का 20 वर्ष पूरा कर लेंगे. सचिन ने 15 वर्ष की उम्र में अपना पहला वनडे खेला था और 16 वर्ष की उम्र में अपना टेस्ट करियर शुरु किया था.
सचिन भारत के पहले ऐसे सबसे युवा क्रिकेटर हैं जो पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट खेले. सचिन ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ की.
टेस्ट क्रिकेट में 42 शतक और 53 अर्धशतक जमाने वाले सचिन अपने आप में एक रिकॉर्ड बन चुके हैं.
सचिन अपने पहले क्रिकेट मैच सीरीज में दो अर्धशतक लगाए और वनडे में अब्दुल कादिर की लगातार तीन गेंदों पर तीन छक्का भी जड़ा.
सचिन की बदौलत भारत 1996 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल तक पहुंचा. सचिन ने अकेले 7 पारियों में 523 रन बनाए थे.
ओपनर के रुप में सचिन काफी सफल रहे. 1994 में जब ओपनर के रुप में उन्होंने पारी की शुरुआत की तो अपार सफलता मिली.
1990 में मैनचेस्टर में टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला शतक जमाने वाले सचिन की उम्र उस समय 17 वर्ष थी.
जनवरी 1999 में चेन्नई में पाकिस्तान के खिलाफ सचिन ने शानदार 136 रन बनाए. यह पाकिस्तान के खिलाफ सचिन द्वारा खेली गई पारियों में से सबसे सफल पारी थी.
सचिन को फिर से 1999 के मध्य में टीम इंडिया की कप्तानी सौंपी गई. इसका असर उनके बैटिंग पर पड़ा. इस दौरान भारत अपने ही देश में ऑस्ट्रेलिया से 3-0 और दक्षिण अफ्रिका से 2-0 से हार गया. इसके बाद सचिन ने टीम की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया.
सचिन ने लक्ष्मण, द्रविड़ और गांगुली के साथ टीम इंडिया को काफी सफलता दिलाई. यह भारतीय टीम के लिए काफी सफलतम दशक रहा
भारतीय कप्तान के रुप में सचिन ने 1996 में अपनी नई पारी की शुरुआत की लेकिन 1998 की आखिरी सप्ताह में सचिन ने टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ दी.
सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक, रन बनाने का रिकार्ड अपने नाम बनाया है. इस दौरान सचिन ने ब्रायन लारा और सुनील गावस्कर के रिकॉर्ड को ध्वस्त किया.
सचिन प्रत्येक वर्ष अपने नाम के साथ तमाम रिकार्ड जोड़ते जा रहे हैं. सचिन ने कपिल देव के 131 टेस्ट मैच खेलने का रिकार्ड तोड़ा.
सचिन विश्व क्रिकेट के सबसे धनी क्रिकेटर हैं. 1995 में सचिन ने 30 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था. 2001 में सचिन ने 80 करोड़ में उसी कॉन्ट्रैक्ट को नवीनीकृत किया. 2006 में सचिन ने 180 करोड़ का तीन वर्षों के लिए इकोनॉक्स के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया.
सुनील गावस्कर के टेक्नीक को अपनाने वाले सचिन ने हमेशा उनसे सीखने की कोशिश की
1998 सचिन तेंदुलकर के लिए सबसे सफलतम वर्ष था. इस साल टीम इंडिया ने 6 टूर्नामेंट को आने नाम किया. सचिन ने 29 मैचों में 1894 रन बनाए जिनमें 9 शतक भी शामिल था.
आईपीएल के दौरान भी सचिन तेंदुलकर का जलवा देखने को मिला. सचिन मुंबई इंडियंस के कप्तान थे.
2006 में इंडिया टुडे युथ आइकन के रुप में चुने गए सचिन अमेठी प्रीमियर लीग के दौरान राहुल गांधी के साथ अमेठी में ग्रामीण खिलाडि़यों को बढ़ावा देते नजर आए.
सफलता का पर्याय बन चुके सचिन टी-20 वर्ल्ड कप के साथ. शरद पवार के साथ टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी है जो वर्ष 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप को जीत कर भारत लाए थें.
अपने परिवार के साथ समय निकाल ही लेते हैं सचिन. अपनी पत्नी अंजलि, बेटी सारा और बेटे अर्जुन के साथ केक काटते सचिन.
तेंदुलकर ने भारत के लिए कई आतिशी पारियां खेली हैं. हाल ही में तेंदुलकर ने वनडे मैचों में अपना 17000 रन पूरा किया.
सचिन तेंदुलकर ने अपने पीछे इतने मील के पत्थर छोड़ें हैं, जिन्हें पार करना आने वाले खिलाडि़यों के लिए आसान नहीं होगा. सचिन ने 36 साल की उम्र में 30000 अंतरराष्ट्रीय रन और 87 शतक अब तक जोड़े हैं.
आईपीएल के दौरान भी सचिन तेंदुलकर का जलवा देखने को मिला. सचिन मुंबई इंडियंस के कप्तान थे.
सचिन को 1998 में खेल रत्न से सम्मानित किया गया. 2008 में सचिन को पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया.
बल्ले के साथ कमाल दिखाने वाले सचिन ने गेंद के साथ भी कई बार टीम को जीत दिलाई है. तेंदुलकर ने अपने आलोचकों को जवाब देते हुए कहा कि मुझ पर जो पत्थर फेंके जाते हैं, मैं उन्हें मील के पत्थर में बदलने की कोशिश करता हूं.
लंदन के मशहूर मैडम टूसॉड के म्यूजियम में तेंदुलकर का मोम का पुतला 2009 में लगाया गया.