भारतीय गेंदबाजों ने लंच के बाद के सत्र में छह विकेट चटकाकर चौथे दिन ही मैच खत्म कर श्रृंखला हथिया ली.
ब्रावो ने रात के 38 रन से आगे खेलते हुए शानदार बल्लेबाजी करते हुए एक महीने से भी कम समय में दूसरा टेस्ट शतक जमाया और उन्होंने ये दोनों शतक दूसरी पारी में ही जमाये हैं. उन्होंने 230 गेंदों का सामना करते हुए अपनी शतकीय पारी में 16 चौके और चार छक्के लगाये.
डैरन ब्रावो ने शिवनारायण चंद्रपॉल के साथ 108 रन और मार्लिन सैमुअल्स के साथ 132 रन की शतकीय साझेदारी निभाकर अपनी टीम को इस शर्मनाक रिकार्ड से बचा लिया.
अनुभवी बल्लेबाज चंद्रपॉल मांसपेशियों में खिंचाव के बावजूद खेल रहे थे, उन्होंने ब्रावो का साथ निभाते हुए 94 गेंद में छह चौके की मदद से 47 रन बनाये.
भारत ने पहले सत्र में केवल एक विकेट चटकाया था जो डेढ़ घंटे अधिक देर तक चला जिसमें यादव ने चंद्रपाल को आउट किया. इससे मेजबान टीम ने 36 ओवर में 144 रन जोड़ लिये थे और तब उसका स्कोर चार विकेट पर 339 रन था. लेकिन घरेलू टीम ने दूसरे सत्र में 28.3 ओवर में बचे हुए छह विकेट चटकाकर मैच खत्म कर दिया.
भारत की तरफ से तेज गेंदबाज उमेश यादव तीन विकेट चटकाकर सबसे सफल रहे और उन्होंने 80 रन देकर चार विकेट हासिल किये जबकि प्रज्ञान ओझा (104 रन देकर दो) और आर अश्विन (137 रन देकर दो विकेट) ने बचे हुए विकेट बचे हुए विकेट निकाले.
ऐसा पहली बार है जब वेस्टइंडीज ने फॉलोआन खेलते हुए 400 से ज्यादा रन का स्कोर बनाया हो. इससे टीम ने 1968 में किंग्सटन में इंग्लैंड के खिलाफ नौ विकेट पर 391 रन पर पारी घोषित करने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया.
कप्तान डेरेन सैमी ने इसके बाद 28 गेंद में तेजी से 32 रन बटोरे जिसमें एक चौका और तीन छक्के थे लेकिन यादव ने दो गेंद में दो विकेट झटककर मेजबान टीम को 463 रन पर समेट दिया.
भारतीय टीम ने दूसरे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज को पारी और 15 रन से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला पर कब्जा करने के साथ 2 -0 से अजेय बढ़त बना ली.
वेस्टइंडीज ने ईडन गार्डंस में दूसरी पारी में शानदार खेल दिखाते हुए वापसी करने की कोशिश की जिसमें डेरेन ब्रावो (136) ने बेहतरीन शतक जड़ा लेकिन यह उनके लिये काफी नहीं था.
शतक जमाने के बाद अपने हेलमेट को चूमते डेरेन ब्रावो.
वेस्टइंडीज की ओर से डेरेन ब्रावो (136) ने अपने करियर का पहला शतक लगाया.
शतक जमाने के बाद ब्रावो खुशी से उछल पड़े.
अगर ब्रावो ने शतक नहीं जमाया होता, तो वेस्टइंडीज को और भी ज्यादा करारी मात का सामना करना पड़ता.
डेरेन ब्रावो के शानदार शतक ने क्रिकेटप्रेमियों का दिल जीत लिया.
वेस्टइंडीज की टीम ने 463 रन बनाये, जो उसका भारत के खिलाफ दूसरी पारी में सर्वाधिक स्कोर है.
वेस्टइंडीज की ओर से शिवनारायण चंद्रपॉल ने दूसरी पारी में 47 रन बनाए.
यह वेस्टइंडीज की 2000 के बाद पारी के अंतर से कुल 11वीं हार है.
भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर तीसरी श्रृंखला जीती.
भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर तीसरी श्रृंखला जीती.
इनमें से 24 श्रृंखलाओं में तो भारत ने 2000 के बाद जीत दर्ज की.
यही वजह है कि 15 नवंबर को टेस्ट क्रिकेट में 22 साल पूरे करने वाले सचिन तेंदुलकर के रहते हुए भारतीय टीम ने 34वीं श्रृंखला जीती.
टेस्ट मैचों में पिछले दो दशक से ही भारत अपना दबदबा कायम रख पाया है.
महेंद्र सिंह धोनी के कप्तान बनने के बाद भारत ने नौंवी बार श्रृंखला जीती.
भारत ने 1932 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था, जबकि 1952 में उसने पाकिस्तान के खिलाफ पहली टेस्ट श्रृंखला जीती थी.
भारत ने ईडन गार्डन्स पर वेस्टइंडीज से तीन मैचों की श्रृंखला जीतकर 50वीं बार टेस्ट श्रृंखला जीतने में कामयाबी हासिल की.